जोशीमठ। तपोवन टनल से फिर एक और शव मिला है। शव की शिनाख्त किमाणा गांव के रोहित भंडारी के रूप में हुई है। बीते साल सात फरवरी को आए विनाशकारी जलजले के कारण तपोवन तथा रैणी में सैकड़ों जिंदगियां दुनिया से चल बसी थीं। शवों के मिलने का सिलसिला एक साल बाद भी जारी है। सोमवार को तपोवन टनल से एक और शव बरामद हुआ है।
एनटीपीसी द्वारा निर्माणाधीन 520 मेगावाट की तपोवन-विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना की तपोवन की टनल से सोमवार को जोशीमठ ब्लाक के किमाणा गांव के 21 वर्षीय रोहित भंडारी का शव मिला है। रोहित अपने मां-बाप का एक मात्र सहारा था। हालांकि बीते 16 फरवरी को भी निर्मात्री कंपनी ऋ त्विक के इंजीनियर गौरव प्रसाद का शव मिला था।
बीते साल आए विनाशकाली जलजले में किमाणा गांव के रोहित के अलावा अरविंद भंडारी व राम किशोर भी काल के ग्रास में समा गए थे। इसी गांव के रोहित भी इस त्रासदी में लापता हो गए थे। सोमवार को उनका शव मिल गया। हालांकि कई महीनों तक शवों को ढूंढ़ने के अथक प्रयासों के बाद परिजनों ने अपने रीति रिवाजों के मुताबिक उनके अंतिम संस्कार भी कर लिए थे। अब जैसे जैसे टनल से मलबा हटाया जा रहा है तो शवों के मिलने का सिलसिला भी जारी है।