ें बाॅलीवुड की फिल्म चरण की लगभग 25 प्रतिशत शूटिंग पूरी हो चुकी है। बाकी की 75 प्रतिशत शूटिंग उत्तराखण्ड में की जाएगी। इसके लिए तैयारियां की जा रही है। इस फिल्म में मुख्य किरदार में उत्तराखण्ड के जानेमाने रंगकर्मी व कलाकर धन्यजय कुकरेती है। कहानी सामाजिक विषय पर आधारित है। फिल्म की पूरी कहानी उन्ही के इर्दगिर्द घूम रही है। इसके अलावा इस फिल्म में अन्य कई कलाकार उत्तराखण्ड मूल के है। इस फिल्म के निर्माता दिलीप कुमार शर्मा एक व्यवसाई और समाज सेवी है। फिल्म का निर्देशन राज संधू और अन्यजय कुकरेती ने संयुक्त रूप से किया है।
इस मौके पर फिल्म के निर्माता दिलीप कुमार शर्मा ने कहा कि भारत की संास्कृतिक विरासत की दुनियां में उसकी अलग से एक पहचान है। इस फिल्म की कहानी भारत की सामाजिक व्यवस्था पर आधारित है। उन्होंने कहा कि बाॅलीवुड में अब क्षेत्रीय मुद्दों को तरजीह दी जाने लगी है। नही तो पहले बाॅलीवुड की फिल्म सिर्फ मनोरंजन का साधन मात्र बनकर रहे गयी थी। किन्तु आधुनिक युग में अब फिल्मों में भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं पहनावा आदि को फिर से तरजीह दी जाने लगी है। जोकि फिल्मों के लिहाज से एक स्वस्थ्य परमपरा है। उन्होंने कहा कि वे आगे भी भारत की सामाजिक व्यवस्था पर आधारित फिल्मे बनाने में अपनी रूची दिखाएंगे।
ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित योगी ने कहा कि पहाड़ी प्रदेश उत्तराखण्ड सौन्दर्य से ओतप्रोत है। हमेशा से इसकी तुलना स्वीजर लैंड की खूब सूरती से की जाती रही है। किन्तु खेद का विषय है कि यहां आई अब तक की सरकारों ने इस प्रदेश की खूबसूरत को रोजगार में तब्दील करने में कोई खास ठोस नीति नही बनाई। ंप्रदेश की पर्यटन नीति हो या फिर यहां की फिल्म नीति उसे इस प्रकार की बनाना चाहिए जोकि यहां की आर्थिकी की रीढ बन सके। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी अपार संभावनाए है। जरूरत है एक व्ययवाहरिक फिल्म नीति बनाने की जिससे कि फिल्म निर्माता उत्तराखण्ड में शूटिंग करने के लिए उत्साहित हो। अमित योगी ने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्माकंन के लिए लोकेशन की भरमार है। पर प्रदेश सरकार को चाहिए कि उन क्षेत्रों में आवागमन की सुविधाओं का विकास करे।