बड़कोट। पर्वतीय क्षेत्रों में आगजनी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। रविवार शाम बड़कोट क्षेत्र के कोटि गगटाड़ी निवासी शैलेन्द्र चौहान के लसरी नामे तोक स्थित दो मंजिला आवासीय मकान में अचानक भीषण आग लग गई।
इस दर्दनाक हादसे में मन बहादुर नेपाली मूल की ढाई माह की मासूम बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मकान में रखा सारा घरेलू सामान सहित पूरा भवन जलकर खाक हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग इतनी तेजी से फैली कि मकान में रह रहे अन्य लोग किसी तरह जान बचाकर बाहर निकलने में सफल रहे। हालांकि, मासूम बच्ची आग की चपेट में आ गई और उसे बचाया नहीं जा सका।
आग लगने की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग की टीम नायब तहसीलदार खजान असवाल के नेतृत्व में तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हो गई। टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन एवं घटना के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर आग लगने के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में आग बुझाने के पर्याप्त संसाधन न होने के कारण आगजनी की घटनाओं में नुकसान अधिक हो रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से प्रभावित परिवार को त्वरित राहत और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है। इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर पहाड़ों में आग से सुरक्षा व्यवस्था और आपदा प्रबंधन की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
