बढ़ा डेंगू का प्रकोप, 80 और लोगों को लगा डंक

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छह जनपदों में रिपोर्ट किए गए डेंगू के नए केस, किसी की मौत नहीं
डेंगू के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चिंता, अस्पतालों बेड फुल

देहरादून। डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा दिन कोई नहीं जबकि डेंगू के एक नहीं बल्कि अनेक मामले न मिल रहे हो। शुरुआती चरण में जहां देहरादून व आसपास के मैदानी इलाकों में ही डेंगू की बीमारी फैलाने वाले एडीज मच्छर की सक्रियता बनी हुई थी, वह अब तेजी से पहाड़ में भी पैर पसार रही है। ऐसे में डेंगू के मरीजों की मौत के बढ़ते मामले भी चिंता का बड़ा कारण बने हुए हैं। मंगलवार को प्रदेश में 80 और लोगों को डेंगू का डंक लगा है। सबसे अधिक हरिद्वार में 26 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके अलावा देहरादून में 23, नैनीताल में 17, पौड़ी में 10, अल्मोड़ा व चमोली में दो-दो लोगों को डेंगू का डंक लगा है। हालांकि आज डेंगू से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है।

इस सीजन में राज्य में अभी तक डेंगू के कुल 1262 मामले मिल चुके हैं। जिनमें से 932 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं और वर्तमान में 317 एक्टिव केस हैं। वहीं डेंगू से अब तक 13 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। ये सभी मौतें देहरादून जनपद में हुई हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार देहरादून में इस सीजन में अभी तक डेंगू के सर्वाधिक 705 मामले मिले चुके हैं। इसके अलावा हरिद्वार में 217, नैनीताल में 168, पौड़ी में 119, ऊधमसिंहनगर में 27, चमोली में 15, अल्मोड़ा में पांच, रुद्रप्रयाग में चार और बागेर में दो केस रिपोर्ट हो चुके हैं। कुल मिलाकर दिनोंदिन डेंगू का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है।

सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ लगी हुई है। डेंगू मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड लगभग फुल हैं। नए मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। यद्यपि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार दावा कर रहे हैं कि डेंगू की रोकथाम के लिए हर स्तर पर प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।

मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा देने के लिए सरकारी व प्राइवेट अस्पताल प्रबंधनों को निर्देशित किया गया है। निगरानी टीम भी नियमित रूप से अस्पतालों व लैबों की जांच कर रही है। इसके अलावा धरातल पर भी व्यापक स्तर पर डेंगू नियंतण्रअभियान चलाया जा रहा है। नगर निगम की टीमें जगह-जगह फागिंग व लार्वानाशक दवा का छिड़काव कर रही हैं। घर-घर जाकर लोगों को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी एडीज मच्छर की सक्रियता तेजी से बढ़ती जा रही है।

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