रुद्रप्रयाग। केदारनाथ पैदल मार्ग पर आई त्रासदी के बाद रेस्क्यू अभियान जारी है। आपरेशन में सेना की मदद ली जा रही है। 40 आर्मी के जवान सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच बंद मार्ग को खोलने में जुटे हैं।
रविवार सुबह से ही तीर्थ यात्रियों को पैदल मार्ग से लाने का भी रेस्क्यू जारी है। वहीं अभी तक 9099 तीर्थयात्रियों को रेस्क्यू किया जा चुका है। केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए शासन-प्रशासन लगातार मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
रेस्क्यू कार्यों में तेजी लाने के लिए अब सेना की भी मदद ली जा रही है। जनपद में तैनात 6 ग्रेनेडियर यूनिट कर्नल हितेश वशिष्ठ के नेतृत्व में सेना रास्तों को पुनर्स्थापित करने और पुल बनाने के अलावा सर्च अभियान में मदद करेगी। प्राथमिकता के आधार पर पहले सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाश आउट हुए मार्ग पर पैदल पुल बनाया जा रहा है।
केदारनाथ में सभी लोगों के लिए जिला प्रशासन, बीकेटीसी और तीर्थ पुरोहित समाज द्वारा फूड पैकेट्स, पानी की बोतलें, फल उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उधर रामबाड़ा चैमासी ट्रैक से एनडीआरएफ व एसडीआरएफ द्वारा 110 यात्रियों को रेस्क्यू कर चैमासी पहुंचा दिया गया है।
ट्रैक पर सुरक्षा बलों द्वारा यात्रियों को लगातार फूड पैकेट्स, पानी सहित चिकित्सा उपचार उपलब्ध करवाया गया.।अब तक इस मार्ग से 534 से अधिक यात्रियों एव स्थानीय लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे मौके पर मॉनिटरिंग कर रही हैं।