राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड के बढते कदम

22 स्वर्ण पदकों के साथ पहली बार टाप 10 में
देहरादून। राष्ट्रीय खेलों का महाकुंभ अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। राज्य में पहली बार आयोजित होने वाले इन खेलों को सुरक्षित और शुभम तरीके से संपन्न कराने को लेकर शासन-प्रशासन के सामने कई चुनौतियां थी वही एक अन्य बड़ी चुनौती इन खेलों में राज्य के खिलाड़ियों द्वारा बेहतर प्रदर्शन किए जाने की भी थी। लेकिन इन दोनों ही चुनौतियों को जिस कार्य कुशलता के साथ पूरा किया गया है वह अत्यंत ही संतोष पूर्ण रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राष्ट्रीय खेलों के समापन कार्यक्रम की तैयारियों के जायजा लेने आज हल्द्वानी पहुंचे जहां कल इंदिरा गांधी स्टेडियम में कार्यक्रम का आयोजन होना है। इस समारोह में गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे। इन राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ 28 जनवरी को रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्टेडियम में पीएम मोदी द्वारा किया गया था तथा इस भव्य व दिव्य बनाने में कोई कमी नहीं रखी गई थी। सीएम धामी की कोशिश है कि अब इसका समापन भी उतना ही भव्य व दिव्य होना चाहिए।

जब राष्ट्रीय खेल शुरू हुए थे तब यह माना जा रहा था कि इन खेलों में राज्य के खिलाड़ियों के सामने बेहतर प्रदर्शन की चुनौती होगी क्योंकि पहली बार यह राष्ट्रीय खेल उनके गृह राज्य में हो रहे हैं। अब जब यह खेल अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके हैं और आज जूडो कराटे, जिमनास्टिक जैसी कुछ प्रतियोगिताओं के फाइनल ही रहे हैं तो यह भी साफ हो गया है कि पदक तालिका में कौन सा राज्य कहां रहने वाला है।

उत्तराखंड के खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर अगर नजर डाली जाए तो उनका प्रदर्शन उम्मीदों से भी कहीं अधिक बेहतर रहा है वह राज्य पदक सूची में टॉप टेन में शामिल है जबकि 37 वे राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड पदक तालिका में 25वें स्थान पर रहा था 22ं स्वर्ण पदकों के साथ इस बार उत्तराखंड पदक तालिका में सातवें स्थान पर है और उसने पदक तालिका में एक लंबी चलांग लगाई है।

इस बार तालिका में 65 स्वर्ण पदकों के साथ सर्विसेज पहले और 50 स्वर्ण पदकों के साथ महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है। इन राष्ट्रीय खेलों में अंकिता ध्यानी और अनु कुमार जैसे कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्होंने दोकृदो स्वर्ण सहित दो से तीन तक मेडल जीते हैं।

सीएम धामी का कहना है कि राष्ट्रीय खेलों का यह आयोजन उत्तराखंड में होने से अब ओलंपिक की राह आसान होगी तथा राज्य में जो खेलों के लिए इंफ्रास्ट्रेक्चर तैयार हुआ है भावी पीढ़ी के लिए बहुत काम आएगा।

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