देहरादून। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर उत्तराखंड के शिव मंदिरों में भक्तों का भारी सैलाब उमड़ने की उम्मीद है। महाशिवरात्रि के एक दिन पूर्व से ही राजधानी देहरादून स्थित प्राचीन टपकेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों का जमावड़ा देखने को मिल रहा है।
हर साल शिवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। यह मेला पूरे 10 दिनों तक चलेगा। इस दौरान टपकेश्वर मंदिर में देश-विदेश से आए श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
आचार्य बिपिन जोशी बताते हैं कि टपकेश्वर महादेव मंदिर सदियों से आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, यह वही स्थान है जहां भगवान शिव ने ऋषि दुर्वासा के शिष्य अश्वत्थामा को दर्शन दिए थे। इस मंदिर की विशेषता इसकी प्राकृतिक गुफा है, जहां शिवलिंग पर स्वयं जल की बूंदें टपकती हैं। जिससे इसका नाम ‘टपकेश्वर’ पड़ा।
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर सैकड़ों सालों से लगने वाला टपकेश्वर मेला भी शुरू हो चुका है। जहां श्रद्धालु भक्ति के साथ-साथ परंपरागत वस्तुओं की खरीदारी भी कर रहे हैं। मेले में विभिन्न प्रकार की दुकानों और मनोरंजन के साधनों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया है।
बच्चों के लिए झूले, खिलौनों की दुकानें और पारंपरिक हस्तशिल्प की वस्तुएं उपलब्ध हैं। पिछले 12 साल से खिलौनों की दुकान लगा रही एक दुकानदार बताती हैं कि महाशिवरात्रि के दौरान इतनी भीड़ होती है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उनकी दुकान में 5 रुपये से 1000 रुपये तक के खिलौने मिलते हैं, जिन्हें लोग यादगार के तौर पर खरीदते हैं।