हरिद्वार। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2025 30 अप्रैल से शुरू हो रही है। इसके लिए धर्मनगरी हरिद्वार से एक दिन पहले हरिद्वार से श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हो गया है। बदरी केदार के जयकारों का उद्घोष करते हुए श्रद्धालु काफी उत्साहित नजर आए। उधर, रुद्रप्रयाग और चमोली में तमाम व्यवस्थाओं को मुकम्मल किया जा रहा है।
अक्षय तृतीया यानी 30 अप्रैल से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही उत्तराखंड की चारधाम यात्रा की शुरू हो जाएगी। जिसके लिए मंगलवार 29 अप्रैल को हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी मां माया देवी की पूजा के बाद चारधाम यात्रा को जाने वाले यात्रियों का पहला जत्था रवाना हुआ। यात्रियों के पहले जत्थे की गाड़ियों को पर्यटन निदेशक वाईएस गंगवार ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।
इधर केदारनाथ धाम यात्रा के कपाट खुलने में अब कम समय रह गया है। सरकार और जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग यात्रा को सफल एवं सुव्यवस्थित बनाने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। इस बार यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम में अतिरिक्त पर्यावरण मित्र ड्यूटी पर तैनात रहेंगे, जिससे लगातार स्वच्छता व्यवस्था दुरुस्त रहे।
केदारनाथ नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी नीरज कुमार कुकरेती ने बताया कि केदार मंदिर परिसर, हेलीपैड, आस्था पथ, मंदिर मार्ग समेत भैरवनाथ मार्ग पर 55 पर्यावरण मित्र तैनात रहेंगे। इस तरह से औसतन हर किलोमीटर पर 20 पर्यावरण मित्र तैनात होंगे. उधर, सुलभ इंटरनेशनल की तरफ से भी करीब 550 पर्यावरण मित्रों की तैनाती की जा रही है।