उत्तरकाशी। हरकीदून ट्रैक की ट्रैकिंग पर गए आइआइटी कानपुर के एक प्रोफेसर की मौत हो गयी है। मौत का कारण अचानक तबीयत बिगडऩा बताया जा रहा है। प्रोफेसर अपने दो छात्रों के साथ रविवार को उत्तरकाशी के मोरी से हरकीदून की ट्रैकिंग पर गए थे। पुरोला के उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी ने हरकीदून ट्रैकिंग के दौरान प्रोफेसर की मौत होने की पुष्टि की है।उत्तरकाशी जनपद में स्थित प्रसिद्ध पर्यटक स्थल हरकीदून की ट्रैकिंग के लिए आइआइटी कानपुर के इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग विभाग के प्रो जे जानसन व्हाइट फोर्ड (52) अपने विद्यार्थी अमित तिवारी, जसप्रीत सिंह व गाइड संजय के साथ आए। 8 मई को मोरी के सांकरी से चार स्थानीय पोर्टरों के साथ इन्होंने ट्रैकिंग शुरू की।सांकरी से तालुका होते हुए ओसला पहुंचे। साथ ही हरकीदून की ट्रैकिंग पर गए। वापस लौटने के दौरान ओसला के निकट कैंप में गुरुवार की रात को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी। इस दौरान फोन के जरिये किसी तरह प्रोफेसर ने अपने निजी चिकित्सक से तबीयत बिगडऩे की स्थिति को बताया।
उनके निजी चिकित्सक ने ट्रैकिंग छोड़कर वापस लौटने की सलाह दी। शुक्रवार सुबह प्रो जे जानसन व्हाइट फोर्ड बेहोश होकर अपने कैंप के पास गिर पड़े, जिससे घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गई।गाइड, पोर्टर व छात्रों ने प्रोफेसर के शव को ओसला गांव तक पहुंचाया। इस घटना की सूचना आइआइटी कानपुर के सुरक्षा अधिकारी आशुतोष ने साझा करते हुए उत्तरकाशी जिला प्रशासन व पुलिस से मदद मांगी। मोरी के थानाध्यक्ष मोहन कठैत ने बताया कि प्रो. जे जानसन व्हाइट फोर्ड के शव रेस्क्यू करने के लिए पुलिस की टीम ओसला भेजी थी, जो शव को मोरी लेकर आएगी।