स्यानचट्टी में झील बनने से कस्बे में घुसा मलबा, घरों को खाली कराया

प्रशासन अलर्ट मोड पर,  तटवर्ती क्षेत्रों में चेतावनी जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने के निर्देश
बड़कोट। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे स्यानचट्टी क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। कुपड़ा खड्ड में चट्टानी मलबा आने से यमुना का प्रवाह अवरुद्ध हो गया, जिससे नदी ने झील का रूप ले लिया।

झील का पानी अब स्यानचट्टी कस्बे तक पहुंच गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राजस्व विभाग ने स्यानाचट्टी में स्थित सभी घरों और होटलों को तत्काल खाली करवाया गया है। वहीं यमुना तटवर्ती क्षेत्रों में चेतावनी जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।

यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोटर ब्रिज तक पानी पहुंच चुका है, जिससे यातायात प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है। प्रशासन ने बताया कि खतरे की आशंका को देखते हुए स्यानचट्टी, कुथनौर, किसाला, खराड़ी, गंगनानी, राजस्त्र, पौंटी पुल, बगासु, मुगरा पुल आदि क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।

स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बार-बार खतरे की सूचना देने के बावजूद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए, जिससे अब स्थिति नियंतण्रसे बाहर होती जा रही है।

उपजिलाधिकारी बड़कोट बृजेश कुमार तिवारी ने बताया कि सिंचाई विभाग को यमुना को चौनलाइज करने के निर्देश पहले ही दिए गए थे। विभाग ने प्रयास किए भी लेकिन जलस्तर अधिक होने के कारण पोकलैंड मशीनें काम नहीं कर सकीं। फिलहाल एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर तैनात हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।

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