देहरादून। यूकेएसएसएससी का पर्चा लीक होने से नाराज प्रदेश के युवा सरकार से इतने अधिक नाराज है कि वह खुली चुनौती देते हुए कह रहे हैं कि सरकार को जो कुछ भी करना है कर ले वह राजधानी की सड़कों से हटने वाले नहीं है। उनका कहना है कि युवाओं की इस भीड़ के सामने राजधानी की सड़कें भी कम पड़ जाएगी और जेलों में भी जगह कम पड़ जाएगी।
पेपर लीक से नाराज युवा बीते रोज से ही राजधानी दून की सड़कों पर डेरा डाले हुए हैं। तथा उन्होंने वहीं खाना पकाना शुरू कर दिया है और सड़क पर ही मंदिर भी बना लिया है। खास बात यह है कि मंगलवार को युवा बेरोजगार संघ के नेताओं के एक प्रतिनिधि मंडल को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वार्ता के लिए बुलाया था।
मुख्यमंत्री ने उन्हें समस्या के समाधान तथा उनकी मांगों पर कार्यवाही करने का पूरा भरोसा दिलाया गया, लेकिन युवा इससे संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने अपना आंदोलन खत्म नहीं करने का फैसला लिया है। उनकी मांग है कि इसकी सीबीआई जांच कराई जाए तथा यूकेएसएसएससी के अध्यक्ष को पद से हटाया जाए।
उल्लेखनीय है कि सरकार इस मामले को अधिक बढ़ाना नहीं चाहती है वह हर संभव प्रयास कर रही है तथा इसे पेपर लीक नहीं मान रही है। उनका दावा है कि जिन तीन लोगों के बीच पेपर गया उसमें साबिया जिसने पेपर बाहर भेजा, खालिद तथा असिस्टेंट प्रोफेसर हिना को गिरफ्तार कर लिया गया है।
हाकम और अन्य आरोपियों को जेल भेज दिया गया है व मामले की जांच की जा रही है। लेकिन छात्र परीक्षा रद्द करने व आयोग के अध्यक्ष को हटाने तथा सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं। छात्र व युवाओ का कहना है कि वह अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे।