पच्चीस साल में समाज के हर संगठन का महत्वपूर्ण योगदान, सैनिक एवं पूर्व सैनिकों का सहयोग अभूतपूर्व
हल्द्वानी। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दावा किया है कि शनिवार को राज्य स्थापना दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देश पर उत्तराखंड के स्वर्ण जंयती मनाने की आधारशिला भी रखी जाएगी।
उन्होंने कहा कि इन पिछले पच्चीस सालों में राज्य ने चतुर्दिक विकास किया है। पीएम के सहयोग से उत्तराखंड देश के नवोदित राज्यों के साथ ही अन्य राज्यों के लिए आदर्श स्टेट की तरफ बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के रजतोत्सव के सफर में समाज के तमाम संगठन के साथ ही सैनिकों का, पूर्व सैनिकों का, वीर नारियों का, माताओं का, सैनिक परिवारों का अभूतपूर्व योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि सैनिकों के परिजनों के लिए सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं।
सीएम ने यह दावा यहां एमबीपीजी कालेज प्रांगण में पूर्व सैनिक सम्मेलन में किय। इससे पहले सीएम का पूर्व सैनिकों ने जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सैनिक आश्रितों को अनुग्रह राशि को दस लाख से पचास लाख किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सैनिकों एवं उनके परिवारों के कल्याण के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
उन्होंने सैनिक कल्याण विभाग के पुनर्गठन और सुढ़ीकरण की घोषणा करते हुए कहा कि विभाग की कार्यपण्राली को और अधिक प्रभावी एवं पारदर्शी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा है कि हल्द्वानी, अल्मोड़ा और पौड़ी में जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों एवं आवासीय भवनों के पुनर्निर्माण का कार्य किया जाएगा, जिससे पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद सैनिकों की नारियों को आवासीय भवन निर्माण हेतु दी जाने वाली सहायता राशि को 2 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हल्द्वानी में सैनिकों के 150 बच्चों के लिए एक आधुनिक छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। जिससे सैनिक परिवारों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सुरक्षित आवासीय सुविधा मिल सकेगी। कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री गणोश जोशी ने कहा कि यह दिन उत्तराखंड के लिए गर्व और भावनाओं से परिपूर्ण है।
उन्होंने प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ दीं और कहा कि उत्तराखंड की पवित्र भूमि ने देश को अनेक वीरता पदक विजेता दिए हैं, परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र और शौर्य चक्र से सम्मानित वीर, जो सदैव हमारी प्रेरणा हैं। उन्होंने कहा कि आज की वीर नारियों और वीरांगनाओं का सम्मान केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि पूरे राज्य के लिए गौरव का क्षण है।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड का पंचम धाम, सैन्य धाम, शीघ्र लोकार्पित किया जाएगा। वीरता पदक प्राप्त सैनिकों को निशुल्क बस यात्रा की सुविधा दी गई है तथा प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 22 हजार से अधिक सैनिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी में छात्रावास निर्माण हेतु गन्ना सेंटर के समीप 6.4 हेक्टेयर भूमि का चिन्हांकन किया जा चुका है और मुख्यमंत्री द्वारा इसका शिलान्यास शीघ्र किया जाएगा। उन्होंने दोहराते हुए कहा कि मोदीजी के नेतृत्व में राज्य का चहुमुंखी विकास हो रहा है। दो लाख करोड़ से भी ज्यादा परियोजनाएं गतिमान हैं।
कार्यक्रम को वन मंत्री सुबोध उनियाल ने अपने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सैनिक बाहुल्य प्रदेश है और सरकार सैनिकों तथा उनके परिवारों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। सम्मेलन में जनपद नैनीताल की 31 तथा ऊ धमसिंह नगर की 13 वीर नारियों को मुख्यमंत्री धामी द्वारा शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विधायक बंशीधर भगत, रामसिंह कैडा, डा. मोहन बिष्ट, राज्यसभा सांसद महेन्द्र भट्ट, अध्यक्ष जिला पंचायत दीपा दरम्वाल, मेयर गजराज बिष्ट, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, दर्जा राज्य मंत्री नवीन वर्मा, सुरेश भट्ट, दिनेश आर्य, अनिल कपूर डब्बू, रेनु अधिकारी, शंकर कोरंगा, तरूण बंसल के साथ ही जेड ए वारसी, शान्ति भटट, बिर्ग्ेडियर संजय कुमार, आरएस थापा, दीप कोश्यारी, के साथ ही सचिव सैनिक कल्याण दीपेन्द्र चौधरी, आयुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल, एसएसपी टीसी मंजूनाथ, सीडीओ अनामिका, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सेनि लेक़र्नल रमेश सिंह, लेक़र्नल सेनि बीएस रौतेला, कर्नल सेनि जगत सिंह जंतवाल, कैप्टन सेनि पीएस भण्डारी के साथ ही ऊधमसिंह नगर एवं जनपद के सभी वीर सैनिकों की वीरांगनायें पूर्व सैनिक उपस्थित थे।
