सालभर तक अकादमी में सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद होंगे पास आउट
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में शुक्रवार को ग्रेजुएशन सेरेमनी आयोजित हुई, जिसमें आर्मी कैडेट कालेज यानी एसीसी विंग के 126वें कोर्स के 71 कैडेटों को दीक्षित किया गया।
अकादमी के चेटवुड सभागार में आयोजित समारोह में समादेशक ले. जनरल नागेन्द्र सिंह ने इन कैडेटों को जेएनयू की स्नातक की डिग्री प्रदान की। इनमें साइंस स्ट्रीम के 30 और ह्यूमेनिटीज के 41 कैडेट शामिल रहे। इसके बाद ये सभी कैडेट भारतीय सैन्य अकादमी की मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। जहां बतौर जेंटलमैन कैडेट एक वर्ष का सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर लेफ्टिनेंट के तौर पर भारतीय सेना में शामिल होंगे।
अकादमी के समादेशक ने सेना में अफसर बनने की राह पर अग्रसर इन कैडेटों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि एसीसी ने देश को बड़ी संख्या में जांबाज अफसर दिए हैं। कहा कि आज आप सभी एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं, जहां से आपके जीवन की नई यात्रा शुरू होती है। आपने कठिन परिश्रम, अनुशासन और समर्पण से इस मुकाम को हासिल किया है। देश की आन, बान और शान बनाए रखने की जिम्मेदारी अब उनके हाथों में होगी। जिसे आपकों पूरी निष्ठा से निभाना होगा।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेटों को बधाई देते हुए समादेशक ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखें। कहा कि चरित्र, आत्म-अनुशासन, साहस, प्रेरणा, सकारात्मक दृष्टिकोण और पेशेवर योग्यता एक सफल सैन्य अधिकारी के स्तंभ हैं। इससे पहले एसीसी के प्रधानाचार्य ने कालेज की वाषिर्क रिपोर्ट पेश की। एससीसी के कमांडर ब्रिगेडियर पीयूष खुराना ने सभी कैडेट को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी।
इन्हें मिला पुरस्कार
चीफ आफ आर्मी स्टाफ मेडल
स्वर्ण पदक -हरि केशर वाग्ले
रजत पदक -सागल उप्पल
कांस्य पदक कुलविंदर
कमांडेंट सिल्वर मेडल
सर्विस वर्ग-भाव्या चौहान
ह्यूमेनिटीज-हरि केशर वाग्ले
विज्ञान वर्ग -सागर उप्पल
कमांडेंट बैनर-कारगिल कंपनी
