शहीदों के परिजनों को सम्मानित कर वह स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहा: सीएम पुष्कर सिंह धामी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में दो निजी संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारतीय सेना के शौर्य साहस और बलिदान की अमर गाथाओं पर आधारित जय ‘जय हिंद-उत्तराखंड के वीर’ कार्यक्रम में शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने अशोक चक्र विजेता शहीद मोहन नाथ गोस्वामी, अजयवर्धन सिंह तोमर, शौर्य चक्र विजेता मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल, चन्द्र सिंह कार्की, मेजर चित्रेश बिष्ट, राहुल रैसवाल, दीपक नैनवाल एवं गोकर्ण सिंह राठौर के परिजनों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सीडीएस जनरल विपिन रावत को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने तिरंगा सम्मान तथा उत्तराखंड की शौर्य विरासत तथा सैनिको के शहादत की पृष्ठ भूमि पर आधारित गीत गाने वाले सुधान सिंह कैंतुरा तथा आईटीबीपी के जवान अजरुन खेरियाल को भी सम्मानित किया जिन्होंने ‘तेरी मिट्टी में मिल जावां’ गीत गाकर शहीदों को याद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के परिजनों को सम्मानित कर वह स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 अगस्त के बाद देश आजादी के अमृत काल में प्रवेश करेगा, 25 वषोर्ं के इस अमृत काल (2022-2047) में नौजवान पीढ़ी के हाथ में देश को आगे ले जाने की जिम्मेदारी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश विभाजन विभीषिका दिवस भी है। 14 अगस्त 1947 को देश को लहू लुहान होना पड़ा था। इस विभीषिका में 10 लाख से अधिक लोगों का संहार हुआ था। उन्होंने कहा कि सैनिक परिवार से जुड़ा होने के कारण वे सैनिक परिवारों की समस्याओं से अवगत है। हमारे प्रदेश की जनसंख्या कम होने के बावजूद 1727 वीरता पदक प्रदेश के सैनिकों को मिले है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पूर्व सैनिकों, शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है। अमृत महोत्वस के अवसर पर हम सबको प्रदेश के समग्र विकास का भी संकल्प लेना होगा ताकि प्रदेश के रजत जयन्ती वर्ष में प्रदेश हर क्षेत्र में आगे बढ़कर देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो। सरकार का प्रयास राज्य स्थापना के 25वें वर्ष का आयोजन नई उपलब्धियों के साथ आयोजित करने का भी रहेगा। इस अवसर पर देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने नगर निगम द्वारा हर घर तिरंगा कार्यक्रम की सफलता के लिये किये जा रहे प्रयास की जानकारी दी। कार्यक्रम संचालन आरजे काव्य ने किया।