पौड़ी। यमकेश्वर तहसील के गंगाभोगपुर स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाने की स्थिति को जिलाधिकारी ने साफ कर दिया है। डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया है कि रिजॉर्ट पर बुलडोजर से ध्वस्तीकरण को लेकर प्रारंभिक जानकारी जुटा ली गई है। अतिक्रमण की पुष्टि हुई है और रिजॉर्ट का वही हिस्सा ध्वस्त किया गया, जो अवैध था।
गंगाभोगपुर स्थित इस वनंत्रा रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाने को लेकर पिछले कई दिनों से सवाल खडे़ हो रहे थे। डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि 22 और 23 सितंबर को पुलिस ने रिजॉर्ट में जाकर सभी सबूत भी जुटा लिए थे। सभी दस्तावेजों की जांच के बाद रिजॉर्ट के अवैध हिस्से को नियमानुसार तहसील प्रशासन द्वारा ही ध्वस्त किया गया था। जिसमें रिजॉर्ट की बाहरी सुरक्षा दीवार का कुछ हिस्सा सहित रिजॉर्ट का मेन गेट शामिल था।
डीएम ने कहा कि एसएसपी पौड़ी ने भी पुष्टि की है कि सबूतों से किसी तरह की कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। इस संबंध में भ्रामक एवं तथ्यहीन खबरें व सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। डीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन इस घटना से जुडे़ हर पहलुओं पर गंभीरता से कार्य कर रही है। ऐसी सूचनाओं का खंडन किया जाता है जो रिजॉर्ट के ध्वस्तीकरण को लेकर फैलाई जा रही है। डीएम ने कहा कि अंकिता हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी के साथ प्रशासन समन्वय बनाए हुए है। जांच में पूरा सहयोग दिया जा रहा है।
बता दें कि सवाल उठ रहे थे वनंत्रा रिजॉर्ट पर बुलडोजर जर चलाने की अनुमति किसने दी। अंकिता हत्याकांड में रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलने के साथ ही यह दावा था कि तमाम सबूत यहीं हैं। आरोप यह था कि साक्ष्य मिटाने के लिए रिजॉर्ट के कुछ स्थानों पर बुलडोजर चलाया गया। जबकि, पुलिस के बाद अब एसआईटी का भी रटा रटाया जवाब है कि हर सबूत उनके पास है, जोकि रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलने से पहले ही उन्होंने जुटा लिये थे।