उत्तरकाशी। द्रौपदी डांडा टू में हुए एवलांच हादसे में 26 शव बरामद होने के बाद चार शव शुक्रवार को डोकरानी बेस कैंप से हषिर्ल हेलीपैड पहुंचाए गए। हषिर्ल से दो एंबुलेंस से चार पर्वतारोहियों के शव जिला अस्पताल पहुंचे। जहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई हुई। सीएमओ केएस चौहान ने बताया कि पर्वतारोहियों की मौत बर्फ में दम घुटने से हुई है।
द्रौपदी डांडा में जारी रेस्क्यू कार्य के बीच शुक्रवार को चौथे दिन हेलीकॉप्टर से चार शव हषिर्ल हेलीपैड पहुंचे। दोपहर को करीब एक बजे जिला अस्पताल में दो एंबुलेंस शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाए गए। मौके पर पहुंचे परिजनों को शव उनके सुपुर्द किए गए, वहीं 22 शव अभी भी डोकरानी बामक एडवांस बेस कैंप में रखे गए हैं। मौसम की खराबी के कारण शेष शवों को हषिर्ल हेलीपैड नहीं पहुंचाया जा सका है वहां से सभी शवों को किसी तरह उत्तरकाशी लाने के लिए रेस्क्यू टीम की ओर से कोशिशें जारी है।
तीन ट्रेनी पर्वतारोही अभी भी लापता है। एसडीआरफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, हषिर्ल आमी समेत जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग से 14 सदस्यीय टीम घटनास्थल पर दिन रात रेस्क्यू कार्य में जुटी है। गुरुवार को जहां 15 शव निकाले गए, वहीं शुक्रवार को चौथे दिन सात शव निकाले गए। उम्मीद की जा रही है कि देर शाम तक सभी लापता पर्वतारोहियों के शव बरामद कर लिए जाएंगे। खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू में दिक्कतें आ रही है।