नैनीताल। बीते 60 घंटों से लगातार जारी बारिश के दौरान नैनीताल में 103, हल्द्वानी मे 95, कोश्या कुटौली में 122, धारी में 75, बेतालघाट में 84, रामनगर में 19 व कालाढुंगी में 69 तथा मुक्तेर में 103 मिमी और पूरे जनपद में औसत तौर पर 81 मिमी बारिश हुई है। इससे मुख्यालय सहित कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है। साथ ही नैनीताल जनपद में 29 मार्ग बंद हो गए हैं।
बंद मागरें में गर्जिया-बेतालघाट, काठगोदाम-सिमलियाबैंड, अमृतपुर-बानना-बबियाड़, सैनिटोरियम-सिरोड़, कुकरागाड़-डालकन्या, अमृतपुर-जमरानी, रामनगर-भंडारपानी-बेतालघाट, रामनगर-भंडारपानी-रीची, गर्जिया-बेतालघाट-ओड़ाखान, भुजान-बेतालघाट, च्यूड़ी-धूरा-स्यालकोट, चड़िया-च्यूड़ी, तल्ला रामगढ़-हली हरतपा, बिचखाली-पातली, खूपा-जमरानी, झूतिया-टांडा, बतोला-जोशीखोला, तल्ली पाली-मल्ली पाली, नोना ब्यासी, गढ़खेत-पानकटारा, जिनौली-तंडी-सकदीना, बसगांव-तवाखेत, कसियालेख-सूपी, बेतालघाट-घंगरेटी, देवीपुरा-सौड़, शहीद बलवंत भुजान बेतालघाट, बेतालघाट-ओखलढुंगा, धनियाकोट-भुजान, लोहाली, बानना, कौन्ता-हरीशताल व छीड़ाखान-मिडार मार्ग शामिल हैं।
इसके अलावा थाना भवाली क्षेत्र अंतर्गत भवाली-अल्मोड़ा मार्ग भी क्वारब चौकी के पास पत्थर आने के कारण बंद हो गया था जिसे जेसीबी के माध्यम से खुलवा दिया गया, लेकिन इस मार्ग पर खैरना से 100 मीटर आगे भौर्या बैंड के पास चट्टान से पत्थर, बोल्डर गिरते रहे। उधर, बारिश से जनपद की नदियों का जल स्तर भी बढ़ गया है। गौला नदी का जल स्तर 4843, कोसी का 6939 व नंधौर का 4635 क्यूसेक हो गया है। अलबत्ता, अब तक जान-माल के किसी नुकसान का समाचार नहीं है।
इधर सरोवरनगरी नैनीताल सहित सभी निकटवर्ती पर्वतीय क्षेत्रों में बृहस्पतिवार रात्रि करीब 10 बजे से बारिश का सिलसिला करीब 65 घंटों से जारी है। बारिश की वजह से नैनी झील का जल स्तर जो 6 अक्टूबर को 10 डेढ़ इंच था, वह 7 अक्टूबर को 10 फिट 2 इंच व 8 को 10 साढ़े तीन होने के बाद आज 9 अक्टूबर को 11 फिट 1 इंच हो गया है। यानी जल स्तर में पिछले दो दिनों में 11 इंच की बढ़ोत्तरी हुई है, हालांकि यह अभी भी अक्टूबर माह के तय मानक 12 फिट से 11 इंच कम है। जबकि बारिश की बात करें तो मुख्यालय में कल 26 मिमी और आज 103 मिलीमीटर बारिश हुई है, और अब तक इस वर्ष यानी 2022 में कुल 1525 मिमी बारिश ही हुई है, जो नगर की औसत वष्रा 2500-3000 मिमी से अभी भी करीब आधी ही है।
बंद मागरें में गर्जिया-बेतालघाट, काठगोदाम-सिमलियाबैंड, अमृतपुर-बानना-बबियाड़, सैनिटोरियम-सिरोड़, कुकरागाड़-डालकन्या, अमृतपुर-जमरानी, रामनगर-भंडारपानी-बेतालघाट, रामनगर-भंडारपानी-रीची, गर्जिया-बेतालघाट-ओड़ाखान, भुजान-बेतालघाट, च्यूड़ी-धूरा-स्यालकोट, चड़िया-च्यूड़ी, तल्ला रामगढ़-हली हरतपा, बिचखाली-पातली, खूपा-जमरानी, झूतिया-टांडा, बतोला-जोशीखोला, तल्ली पाली-मल्ली पाली, नोना ब्यासी, गढ़खेत-पानकटारा, जिनौली-तंडी-सकदीना, बसगांव-तवाखेत, कसियालेख-सूपी, बेतालघाट-घंगरेटी, देवीपुरा-सौड़, शहीद बलवंत भुजान बेतालघाट, बेतालघाट-ओखलढुंगा, धनियाकोट-भुजान, लोहाली, बानना, कौन्ता-हरीशताल व छीड़ाखान-मिडार मार्ग शामिल हैं।
इसके अलावा थाना भवाली क्षेत्र अंतर्गत भवाली-अल्मोड़ा मार्ग भी क्वारब चौकी के पास पत्थर आने के कारण बंद हो गया था जिसे जेसीबी के माध्यम से खुलवा दिया गया, लेकिन इस मार्ग पर खैरना से 100 मीटर आगे भौर्या बैंड के पास चट्टान से पत्थर, बोल्डर गिरते रहे। उधर, बारिश से जनपद की नदियों का जल स्तर भी बढ़ गया है। गौला नदी का जल स्तर 4843, कोसी का 6939 व नंधौर का 4635 क्यूसेक हो गया है। अलबत्ता, अब तक जान-माल के किसी नुकसान का समाचार नहीं है।
इधर सरोवरनगरी नैनीताल सहित सभी निकटवर्ती पर्वतीय क्षेत्रों में बृहस्पतिवार रात्रि करीब 10 बजे से बारिश का सिलसिला करीब 65 घंटों से जारी है। बारिश की वजह से नैनी झील का जल स्तर जो 6 अक्टूबर को 10 डेढ़ इंच था, वह 7 अक्टूबर को 10 फिट 2 इंच व 8 को 10 साढ़े तीन होने के बाद आज 9 अक्टूबर को 11 फिट 1 इंच हो गया है। यानी जल स्तर में पिछले दो दिनों में 11 इंच की बढ़ोत्तरी हुई है, हालांकि यह अभी भी अक्टूबर माह के तय मानक 12 फिट से 11 इंच कम है। जबकि बारिश की बात करें तो मुख्यालय में कल 26 मिमी और आज 103 मिलीमीटर बारिश हुई है, और अब तक इस वर्ष यानी 2022 में कुल 1525 मिमी बारिश ही हुई है, जो नगर की औसत वष्रा 2500-3000 मिमी से अभी भी करीब आधी ही है।