कुमाऊं के लिए नवनीत पांडेय व गढ़वाल मंडल के लिए ललित मोहन रयाल नोडल अधिकारी
विधायकों को जानकारी देने को सीएम ने धनतेरस दीपावली के उपहार स्वरूप विशेष पत्र भेजा
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड राज्य के विकास के मामले में दलीय सीमा से उपर उठकर पुन: एक कदम और बढ़ाया है। सीएम ने समस्त विधायकों को सचिवालय स्तर पर उनके द्वारा प्रेषित प्रस्तावों के निस्तारण में सहयोग के लिए दो आईएएस अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किये जाने की सूचना देने के लिए धनतेरस दीपावली के उपहार स्वरूप विशेष पत्र प्रेषित किया है।
विधायकों को अपने क्षेत्र में निरन्तर क्षेत्र भ्रमण करने की आवश्यकता होती़ है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान संज्ञान में आने वाली जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण और क्षेत्र के विकास से सम्बन्धित योजनाओं के प्रस्तावों पर सचिवालय स्तर पर सम्बन्धित विभागों से चर्चा, विमर्श आदि के लिए बार-बार देहरादून भी विधायकों को आना पड़ता है। बार-बार देहरादून आने से जहां एक ओर विधायकगणों का जनसम्पर्क एवं क्षेत्र भ्रमण का कार्य प्रभावित होता है, वही दूसरी ओर राजकीय समय व संसाधनों का भी व्यय होता है।
मुख्यमंत्री द्वारा विधायकगणों की इस समस्या का समाधान करने के प्रयास में विधायकगणों के द्वारा समय-समय पर उठाये गये विषय या विकास योजनाओं की प्राशासनिक वित्तीय स्वीति से सम्बन्धित प्रकरणों के त्वरित निस्तारण में सहयोग एवं समन्वय हेतु अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा के अपर सचिव स्तर के दो अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया है। कुमाऊं मंडल के लिए आईएएस नवनीत पांडेय और गढ़वाल मंडल के लिए अपर सचिव मुख्यमंत्री आईएएस ललित मोहन रयाल को जिम्मेदारी दी गई है।
दोनों ही नोडल अधिकारियों का दायित्व होगा कि अपने-अपने मंडल से सम्बन्धित विधायकगण से प्राप्त प्रस्तावों के त्वरित निस्तारण के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों से समन्वय करते हुए विधायकों को वस्तुस्थिति से अवगत करायेंगे ।
उधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सीएम की पहल की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने अभी कुछ दिन पूर्व ही समस्त विधायकों से दलीय सीमा से ऊपर उठकर राज्य के विकास के लिए 10-10 विकास योजनाओं के प्रस्ताव आमंत्रित किये गये है और अब पुन: समस्त विधायकों को सचिवालय स्तर पर प्राप्त प्रस्तावों के तत्परता से यथोचित निस्तारण में सहयोग के लिए दो आईएएस अधिकारियों को इस प्रकार की जिम्मेदारी दिया जाना उत्तराखंड के विकास में सबको साथ लेकर चलने का एक और अभिनव प्रयास है, और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मूल मंत्र ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विास, सबका प्रयास का उत्ष्कृट अनुकरण है।