तीर्थयात्रियों को हर संभव सुविधाएं मुहैया कराई : सीएम

रुद्रप्रयाग। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा में रिकार्ड 45 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में नई केदारपुरी अस्तित्व में आ चुकी है। तीर्थयात्रियों को हर संभव सुविधाएं मुहैया हो रही है। गौरीकुंड-केदारनाथ रोपवे के बनने के बाद केदारनाथ यात्रा अधिक सुगम हो जाएगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट तथा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि यात्रा सफलतापूर्वक सम्पंन हो रही है। केदारनाथ में रिकार्ड श्रद्धालु पहुंचे हैं। मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि सामूहिक सहयोग से यात्रा का सफलतापूर्वक समापन हुआ है। मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने कहा कि मंदिर समिति यात्रियों को भगवान के सरल-सुगम दर्शन के लिए प्रयासरत रही। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। तुंगनाथ के कपाट सात नवंबर तथा द्वितीय केदार मद्महेर के कपाट 18 नवंबर को बंद किए जाएंगे।
लाख से ज्यादा लोगों ने लिया स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ
रुद्रप्रयाग। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एचसीएस मातरेलिया ने बताया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 2 लाख 1 हजार 793  यात्रियों ने ओपीडी और 16,043 लोगों ने आपातकाल स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लिया। वहीं 123 लोगों को हेलीकॉप्टर और 505 लोगों को एम्बुलेंस के माध्यम से हायर सेंटर रैफर किया गया। उन्होंने यात्रा में लगातार कार्य के लिए पूरे प्रदेशभर से डय़ूटी करने पहुचें डॉक्टर एवं नसिर्ंग स्टाफ का धन्यवाद दिया। कहा कि अगले वर्ष यात्रा को और सुखद बनाने के लिए अभी से तैयारियां की जाएंगी।
केदारनाथ यात्रा में बने इस बार कई नए रिकार्ड
केदारनाथ धाम की यात्रा में इस बार कई नए रिकार्ड बने हैं। पूरे यात्रा काल में जहां 15 लाख 61 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। वहीं घोड़े-खच्चर से कुल 1 अरब 9 करोड़ का कारोबार हुआ है। इस कारोबार में 1 अरब 1 करोड़ 34 लाख सीधे घोड़ा खच्चर स्वामियों को मिला है, जबकि सरकार को 8 करोड़ 1 लाख 80 हजार 250 का राजस्व मिला है।
केदारनाथ यात्रा में प्रशासन ने कुल 8,644 घोड़े खच्चर और 4,302 घोड़ा मालिक पंजी.त किए। इन घोड़े खच्चरों की मदद से केदारनाथ में कुल 5 लाख 34 हजार 535 तीर्थयात्रियों ने सेवा ली। डीएम मयूर दीक्षित और मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने इस उपलब्धि पर खुशी जताई। कहा कि यह यात्रा में अब तक का सबसे बेहतर कारोबार रहा है। घोड़े खच्चरों के संचालन का जिम्मा संभाल रही जी मैक्स कंपनी के प्रबंधक खुशाल रावत ने बताया कि इस यात्रा में घोड़े खच्चरों से कुल रिकार्ड 1 अरब 9 करोड़ 88 लाख 959 रुपये का कारोबार हुआ है।
डंडी कंडी से मिला जिला पंचायत को 86 लाख 76 हजार का व्यवस्था शुल्क
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा में डंडी-कंडी की व्यवस्था जिला पंचायत द्वारा संचालित की गई। यात्रा प्रभारी ज्ञानेंद्र बगवाड़ी ने बताया कि यहां जिला पंचायत की ओर से डंडी कंडी के लिए कुल 3893 श्रमिकों का पंजीकरण किया गया। पूरे यात्रा काल में 39,664 तीर्थयात्री कंडी से केदारनाथ यात्रा पर गए और वापस आए। जबकि डंडी जिसे पालकी भी कहा जाता है, इससे 8,503 तीर्थयात्री केदारनाथ गए। दोनों माध्यमों से जिला पंचायत को कुल 86 लाख 76 हजार 300 रुपये व्यवस्था शुल्क के रूप में प्राप्त हुए।

हेली कंपनियों ने किया 75 करोड से अधिक का कारोबार

केदारनाथ धाम के लिए इस बार 9 हेलीकॉप्टर कंपनियों ने सेवाएं दी। इसमें अलग-अलग हेलीपैडों से 1,50,801 तीर्थयात्री केदारनाथ धाम के लिए उड़े। जबकि 1,49,049 तीर्थयात्री केदारनाथ से हेली सेवा से वापस आए। इस तरह सभी हेली कंपनियों ने कुल 28,155 सटल की। प्रति यात्री औसतन पांच हजार रुपये किराए के हिसाब से करीब 75 करोड़ 40 लाख का करोबार हुआ, जबकि पूरे सीजन भर हेलीकॉप्टर के लिए भी मारामारी रही।

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