देहरादून। 4 दिन पहले तक भले ही लोग यह महसूस कर रहे थे कि इस साल सर्दी नहीं है लेकिन 4 दिन में मौसम के बदले मिजाज ने उन्हें कड़ाके की सर्दी का एहसास करा दिया है। पश्चिमी विच्क्षोभ की सक्रियता के कारण उत्तरी भारत और पर्वतीय राज्यों में भीषण सर्दी से लोगों का हाल बेहाल है। नए साल का आगाज इस बार भीषण सर्दी के बीच होगा। आगामी दो दिनों में पहाड़ में भारी बर्फबारी तथा मैदानी क्षेत्रों में कोहरे और पाले के कारण तापमान में बड़ी गिरावट आने की चेतावनी मौसम विभाग द्वारा दिए जाने के बाद यह साफ हो गया है कि अभी 1 सप्ताह भीषण सुखी सर्दी की मार लोगों को झेलनी पड़ेगी।
पश्चिमी विच्क्षोभ के अगले 48 घंटे में पहाड़ों तक पहुंचने के बाद राज्य में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और हल्की बारिश की संभावना है वहीं मैदानी क्षेत्रों में कोहरे के कारण शीत लहर का प्रकोप और अधिक बढ़ने की संभावना है। यहां यह उल्लेखनीय है कि केदार नाथ जहां दिसंबर माह के अंत तक 6 से 8 इंच मोटी बर्फ की चादर बिछ जाती थी अभी तक बर्फबारी नहीं हुई है। पहाड़ पर कम बर्फबारी और बारिश न होने के कारण सूखी सर्दी का सामना लोगों को करना पड़ रहा है वहीं मैदानी जिलों में कोहरे की घनी चादर से सर्दी का प्रकोप बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आने वाले 2 दिनों में पारा और भी नीचे जाएगा। सीधा मतलब है कि नए साल का आगाज इस साल सूखी भीषण सर्दी के बीच होने वाला है तथा यह शीत का प्रकोप लोगों को तब तक परेशान करेगा जब तक बारिश नहीं होगी। हरिद्वार व नैनीताल तथा उधम सिंह नगर में पारा कई जगह शून्य से भी नीचे जा सकता है। वही पहाड़ों पर बर्फबारी से पारा और नीचे लुढ़कने की संभावना है।