एक्सीडेंट के दौरान फरिश्ता बनकर बचाई थी पंत की जान
एंबुलेंस बुलाकर नजदीकी सक्षम अस्पताल में कराया था भर्ती
देहरादून। बीती शुक्रवार को सुबह 5:21 बजे रुड़की के पास नारसन बार्डर पर कार हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए क्रिकेटर ऋषभ पंत को राजन और निशु नाम के दो लड़कों ने नजदीकी अस्पताल में एडमिट कराया था। ऋषभ की जान बचाने को फरिश्ता बनकर आए इन दोनों लड़कों को तब ये मालूम नहीं था कि वो किसकी जान बचा रहे हैं। वह दोनों तब ऋषभ को पहचान नहीं पाए थे। ये दोनों लड़के सोमवार को दून के मैक्स अस्पताल पहुंचे और ऋषभ पंत का हाल जाना।
मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने पंत की जान बचाई और नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया।
राजन ने बताया कि एक्सीडेंट के बाद हमने जब उन्हें देखा तो उनकी हालत काफी गंभीर थी। वहां मौजूद सुशील नाम के ड्राइवर ने 108 डायल कर एंबुलेंस बुलाई। तब मुझे नहीं पता था कि घायल पड़ा ये व्यक्ति कौन है। उसके बाद एक कंबल से हमने उनका शरीर ढक दिया। एंबुलेंस आने के बाद हमने उन्हें नजदीकी सक्षम हास्पिटल में भर्ती कराया।
बताया कि एक्सीडेंट के बाद ऋषभ पंत को काफी दर्द हो रहा था। एंबुलेंस में उन्हें इंजेक्शन दिया गया। उनके सिर से खून बह रहा था। एक कपड़े से उनका सिर बांधा गया। राजन ने बताया कि जिस स्थान पर कार हादसा हुआ था वहां पर पंत के चार हजार रुपए गिर गए थे। हमने वो पैसा पुलिस को सौंप दिया। पंत की कार और बाकी सामान बुरी तरह जल गए थे।