देहरादून। 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है. उस दिन वर्ष 1948 में नाथूराम गोडसे ने बिड़ला हाउस में बापू की गोली मारकर हत्या कर दी थी।. इसी की याद में शहीद दिवस मनाया जाता है. बापू का उत्तराखंड से भी खास नाता रहा है. देहरादून में श्री श्रद्धानंद बाल वनिता आश्रम आजादी से पहले बनवाया गया था, जिसका शिलान्यास करने महात्मा गांधी देहरादून आए थे. तिलक रोड पर यह अनाथ आश्रम आज भी स्थित है।
बाल वनिता आश्रम का उद्घाटन करने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 16 अक्टूबर 1926 को देहरादून पहुंचे थे. आश्रम के प्रधान सुधीर गुलाटी ने जानकारी दी कि साल 1920 के दशक में बेसहारा-अनाथ बच्चों के लिए आर्य समाज ने उनको सहारा देने की पहल की थी. फरवरी 1924 में आर्य समाज धमावाला के सदस्यों ने बैठक में यह फैसला लिया कि अनाथ बच्चों और युवतियों को सहारा देने के लिए एक अनाथालय की स्थापना की जाएगी. इसके बाद दो बच्चों के साथ धमावाला में एक अनाथालय खोला गया, जिसे आर्य अनाथालय कहा गया. बाद में इसे तिलक रोड पर लाया गया।