पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ सहित उत्तराखंड के पहाड़ों में स्मैक सप्लाई कर युवाओं की जिंदगी बर्बाद करने वाले 25 हजार के ईनामी अपराधी को पिथौरागढ़ पुलिस मुम्बई से दबोचने में सफल रही है।
वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को नशा मुक्त करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक लोकेर सिंह के आदेशानुसार नशे के कारोबारियों के खिलाफ चलाए गए सघन अभियान के दौरान स्मैक तस्करी में लिप्त लोगों से पूछताछ की गई। जिसमें पता चला कि रजीउल्ला पुत्र जकीउल्ला, निवासी बड़ाहाता, हरी च्यूगो वाली मस्जिद के सामने वाली गली, असालतपुरा, थाना गलशहीद, जनपद मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश, पहाड़ों में स्मैक सप्लाई कर रहा था। इस पर रजीउल्ला के खिलाफ धारा 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई गई। टीम ने पहले भी रजीउल्ला के रहने के ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन गिरफ्तारी से बचने के लिए वह अपने ठिकाने बदल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से गिरफ्तारी व कुर्की वारंट भी प्राप्त किए गए।
पुलिस अधीक्षक ने मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया था। आखिरकार पुलिस व एसओजी टीम ने सर्विलांस व साइबर सेल की मदद से रजीउल्ला को बीती 24 फरवरी की रात दबिश देकर मुम्बई के कुर्ला उपनगर में थाना विनोवा भावे क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रजीउल्ला गिरफ्तारी से बचने के लिए मुम्बई चला गया था। जहां वह पिछले चार माह से जूस की दुकान चला रहा था। उसे मंगलवार को ही कोर्ट में पेश किया गया। रजीउल्ला के खिलाफ थाना गलशहीद जनपद मुरादाबाद में वाहन चोरी व आर्म्स एक्ट में भी मुकदमे दर्ज हैं।