आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले को लेकर नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा ने रखा अपना पक्ष
बोले पान की दुकान चलाकर व चाऊमीन की ठेली लगाकर शुरू किया था कारोबार
देहरादून। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले को लेकर सवालों के घेरे में आए नगर निगम देहरादून के मेयर सुनील उनियाल ने अपने उपर लग रहे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। आरटीआई कार्यकर्ता विकेश नेगी के बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सूचना का अधिकार अधिनियम के अंर्तगत प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर आरोप लगाया था कि मेयर की संपत्ति में पिछले साढ़े चार साल में 10 गुणा का इजाफा हुआ है। इसके बाद मेयर गामा बुधवार को मीडिया के सामने आए और अपने उपर लगे सभी आरोपों का जवाब दिया। नगर निगम के बोर्ड बैठक सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में मेयर ने कहा कि विपक्षियों द्वारा उन पर जो आरोप लगाए गए हैं वह राजनीतिक षडयंत्र है।
पुरानी संपत्तियां बेचकर खरीदी नई संपत्ति: गामा
कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की बढ़ती लोकप्रियता से बौखलाकर विपक्षी दल बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में पूरे-प्रदेश का बंटाधार किया है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के सवाल का जवाब देते हुए मेयर सुनील उनियाल ने कहा कि वह 18 साल की उम्र से मेहनत कर रहे हैं। पान की दुकान और उसके बाद चाऊमीन की ठेली लगाकर व्यवसाय को आगे बढ़ाया। इसके बाद वर्ष 2009 में प्रोपर्टी का काम भी किया और बी ग्रेड का ठेकेदार भी रहा। इस दौरान कुछ संपत्तियां खरीदी थी। उस समय के सर्किल रेट के हिसाब से वर्तमान में इन संपत्तियों का बाजार मूल्य कई गुणा बढ़ गया है। कहा कि पूर्व में उन्होंने जो संपत्तियां खरीदी थी उनमें से कुछ संपत्तियों के बेचकर फिर नई संपत्ति खरीदी। वर्ष 2018 में सर्किल रेट के आधार पर जिन संपत्तियों का बाजार मूल्य दो-ढाई लाख रुपए घोषित किया था वर्तमान में सर्किल रेट बढ़ने से उनका बाजार मूल्य भी कई गुणा बढ़ गया है। कहा कि डोभालवाला स्थित उनके मकान की वर्तमान कीमत (बाजार मूल्य के आधार पर) दो करोड़ से अधिक है।
मेयर का कहना है कि उनकी पत्नी नौकरी करती है। बेटी लंदन में और बेटा एमटेक करने के बाद अपना व्यवसाय कर रहा है। इसलिए पूरे परिवार की आय को मिलाकर और पुरानी संपत्तियों को बेचकर जुटाई गई रकम से कोई नई संपत्ति खरीदी है तो इसमें आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। बताया कि उन पर सवा एक करोड़ का बैंक लोन भी है। सरकार को पूरा टैक्स देता हूं। उन्होंने इस बात से भी साफ इनकार किया कि उनका कोई पेट्रोल पंप नहीं है। बताया कि वर्ष 2012 में एसजीआरआर ट्रस्ट से किराए पर संपत्ति लेने के लिए आवेदन किया था। पुराने किराएदार से खाली कराकर वह जगह मुझे लीज पर अलॉट हुई थी। लेकिन विपक्षी लीज वाली इस संपत्ति को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं, जो कि सरासर गलत है।
आरटीआई कार्यकर्ता का नाम लिए बगैर मेयर गामा ने कहा कि नगर निगम की जमीनों पर किसी भी तरह का अवैध कब्जा नहीं होने दूंगा और ना ही सरकारी भूमि को दस रुपए के स्टांप पेपर पर खुर्द-बुर्द करने दूंगा। इसके लिए मुझे चाहे कोई भी खामियाजा क्यों न भुगतना पड़ जाए। पत्रकार वार्ता में विधायक खजानदास, भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्वार्थ अग्रवाल, देवेन्द्र पाल मोंटी, कमली भट्ट, अमिता सिंह आदि मौजूद रहे