कोटद्वार। अंकिता हत्याकांड में दो गवाहों ने कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) प्रतिभा तिवारी की अदालत में बयान दर्ज कराये है बुधवार को बयान दर्ज किये गये। जिनमें यमकेर तहसील के राजस्व पुलिस उपनिरीक्षक (पटवारी) विवेक कुमार और वनंत्रा रिजॉर्ट के कर्मचारी अभिनव कश्यप शामिल रहे।
सुनवाई के लिए अगली तिथि 20 अप्रैल तय की गयी है। जिसमें दो गवाहों को समन भेजे गए हैं। सुनवाई के दौरान तीनों हत्यारोपी पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता अदालत में मौजूद थे। डीजीसी व इस मामले में विशेष लोक अभियोजक नियुक्त जितेंद्र सिंह रावत ने जानकारी दी कि अदालत में यमकेर के तत्कालीन पटवारी विवेक कुमार व वनंत्रा रिजॉर्ट के कर्मचारी अभिनव कश्यप के बयान व प्रति परीक्षा से संबंधित प्रक्रिया बुधवार को हुई। लक्ष्मणझूला थाने के विवेचना अधिकारी मनोहर सिंह रावत को भी समन भेजा गया था लेकिन बुधवार को उनके बयान दर्ज नहीं हो सके।
बचाव पक्ष की ओर से बुधवार को देहरादून से आए अधिवक्ता रजत दुआ, रुड़की के अनुज पुंडीर व कोटद्वार के अधिवक्ता अमित सजवाण ने गवाहों से प्रति परीक्षा की। बचाव पक्ष के अनुसार पटवारी विवेक कुमार ने 20 सितंबर, 2022 को अपनी मूल तैनाती अजमेर पल्ला तीन में बताई थी। उस तिथि को उनके पास राजस्व सर्किल उदयपुर पल्ला-दो व तीन का अतिरिक्त कार्यभार था।
उन्होंने अभियुक्त पुलकित द्वारा दी गई गुमशुदगी की रिपोर्ट से लेकर मामले के पुलिस को हस्तांतरित होने तक की बातें अदालत में दर्ज कराई। इसके बाद रिजॉर्ट के कर्मचारी अभिनव कश्यप के बयान दर्ज किए गए। 20 अप्रैल को अभिनव के भाई कुश व एक अन्य व्यक्ति चंद्रकिरण को गवाही को न्यायालय ने समन भेजा है। डीजीसी जितेंद्र रावत के अनुसार अंकिता हत्याकांड मामले में प्रस्तुत आरोपपत्र में एसआईटी की ओर से 97 गवाह बनाए गए हैं। अब तक छह लोगों की गवाही हो चुकी है।