देहरादून। दून पुलिस ने टयूशन टीचर के घर लाखों की चोरी करने वाली छात्रा को प्रेमी के साथ गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी के जेवरात बरामद कर लिये। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
गुरूवार को इसकी जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक नगर सरिता डोभाल ने बताया कि विरेन्द्र कुमार निवासी चकशाह नगर, थाना नेहरू कालोनी द्वारा थाना नेहरू कालोनी में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि 20 अप्रैल को वह अपने परिवार के साथ एक विवाह समारोह शामिल होने के लिये रूडकी गये थे। 4-5 दिन बाद जब वह अपने घर वापस आये तो उन्होने देखा कि घर का ताला टूटा हुआ था तथा चोर द्वारा उनके घर की अलमारी मे रखी ज्वैलरी व अन्य सामान चोरी कर लिया गया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। थानाध्यक्ष नेहरू कालोनी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा घटनास्थल के आस-पास की सीसीटीवी फुटेजों का अवलोकन किया। जिससे महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे। गत रात्रि पुलिस नेे चकशाह नगर ग्राउण्ड से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनकी निशानदेही पर चकशाह नगर ग्राउण्ड के पास झाडियों के नीचे से घटना में चोरी की गयी ज्वैलरी व अन्य सामान बरामद किया गया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम सोनिया पुत्री मनोज पंडित निवासी चकशाह नगर, थाना नेहरू कॉलोनी, अमरपाल पुत्र राम प्रसाद निवासी उपरोक्त बताये।
पूछताछ में सोनिया द्वारा बताया गया कि वो 12 वीं की छात्रा है तथा विरेन्द्र के घर ट्यूशन पढने जाती है, जहां उनकी पत्नी उसे ट्यूशन पढाती है। कुछ दिन पूर्व उनकी पत्नी द्वारा उसे बताया कि उनकी रिश्तेदारी में शादी होने के कारण वह 04-05 दिन के लिये घर से बाहर जा रहे हैं। इसकी जानकारी अपने मित्र अमरपाल को देते हुए अपनी ट्यूश्न टीचर के घर में चोरी की योजना बनाई। चोरी की घटना को अजांम देने के बाद दोनो ने घटना में चोरी की गयी ज्वैलरी को चकशाह नगर ग्राउण्ड के पास झाडियों में छिपा दिया था तथा चोरी की गयी नगदी को लेकर दोनो रात्रि में ही हरिद्वार चले गये तथा रात्रि में हरिद्वार में रूककर सुबह चुपचाप अपने घरों को वापस आ गये। चोरी की गयी नगदी में से बचे हुए 10000 रूपये सोनिया द्वारा अपने खाते में जमा करा दिये गये थे। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर जेवरात बरामद कर लिये। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।