धर्म स्वतंत्रता कानून के तहत होगी कार्रवाई
देहरादून। उत्तराखण्ड में बढ़ते लव जिहाद के मामलों के मद्देनजर अब पुलिस ने सख्ती से निपटने का मन बना लिया है। अपनी जाति और धर्म छुपाकर लड़कियों को प्रेम के जाल में फंसाने उनका शारीरिक शोषण करने और धर्म बदलने के लिए दबाव डालने, बालिग तथा नाबालिग लड़कियों को बहलाकृफुसलाकर भगाकर ले जाने वालों पर पुलिस अब धर्म स्वतंत्रता कानून के तहत कार्रवाई करेगी।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी. मुरुगेशन का कहना है कि राज्य में लव जिहाद के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने अब इस तरह के अपराधों से निपटने के लिए सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। यहां यह उल्लेखनीय है कि बीते एक माह में राज्य भर में एक दर्जन से अधिक मामले प्रकाश में आ चुके हैं। खास बात यह है कि पछुवा दून इस तरह की घटनाओं का केंद्र बनता जा रहा है। जहां 15 दिनों में राज्य में सामने आए 9 मामलों में से 5 मामले पछुवा दून क्षेत्र में सामने आए हैं।
बीते दिनों चकराता क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की को बहलाकृफुसलाकर अपने साथ ले जाने वाले दो मुस्लिम युवकों को पकड़ा गया था तथा इस तरह की घटनाएं रामपुर, जीवन गढ़ और प्रेम नगर क्षेत्र में सामने आई थी। एक सप्ताह पूर्व उत्तरकाशी के पुरोला की घटना को लेकर तो अभी तक क्षेत्र में भारी तनाव और आक्रोश देखा जा रहा है।
पुरोला में गैर हिंदू समुदाय के लोगों की दुकानों पर 15 जून तक दुकानें खाली करने की चेतावनी वाले पोस्टर लगा दिए गए हैं जिन्हें भले ही पुलिस ने हटा दिया हो लेकिन इसे लेकर लोगों में भारी गुस्सा है और वह बाहरी लोगों के सत्यापन तथा उन्हें क्षेत्र से बाहर करने की जिद पर अड़े हुए हैं। पुलिस का कहना है कि नाबालिग लड़कियों को प्रेम जाल में फंसा कर उन्हें ब्लैकमेल करने उनका शारीरिक शोषण करने तथा धर्मांतरण के लिए मजबूर करने वालों से अब पुलिस सख्ती से निपटेगी और ऐसे मामलों में धर्म स्वतंत्रता कानून के तहत सख्त कार्रवाई होगी।