गुलदार ने किया हमला किया तो उससे भिड़ गई जानकी
अगस्त्यमुनि। घास लेने के लिए जंगल गई एक वृद्ध महिला ने हिम्मत दिखाते हुए गुलदार से अपनी और अपनी बहू की जान बचा ली। हालांकि गुलदार के साथ हुए संघर्ष में वह बुरी तरह जख्मी हो गई। उनका सीटी स्कैन कराया जा रहा है। उसकी बहू को भी चोटें आई हैं। घायलों का हाल-चाल जानने अस्पताल पहुंचे वन क्षेत्राधिकारी पूर्ण सिंह रावत ने कहा कि घायलों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में गश्त बढ़ाने के साथ ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे।जानकारी के अनुसार फलई गांव की जानकी देवी (62) पत्नी सते सिंह राणा अपनी बहू पूनम पत्नी केशर सिंह राणा (32) के साथ रायड़ी से सटे जंगल में घास लेने गई थी। जंगल में सुबह 10 बजे के घात लगाए गुलदार ने दोनों महिलाओं पर हमला कर दिया। जानकी देवी ने हिम्मत दिखाते हुए गुलदार से भिड़ गई। गुलदार के साथ लंबे समय तक चले संघर्ष में जानकी देवी लहूलुहान हो गई मगर वह दरांती से गुलदार पर लगातार वार करती रही। दरांती के वार से अत्यधिक घायल होने पर गुलदार को भागने पर मजबूर होना पड़ा।
इस संघर्ष में जानकी देवी का सिर जगह-जगह से फट गया और बड़ी मात्रा में खून निकलने लगा। इसके बावजूद वह अपनी और अपनी बहू की जान बचाने में सफल हुई। बाद में हो-हल्ला मचने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीण दोनों घायलों को सीएचसी अगस्त्यमुनि लाए। वहां जानकी देवी के सिर पर टांके लगाए गए। उनकी बहू पूनम को हल्की चोटें आई हैं। इलाज के बाद जानकी देवी की हालात स्थिर बताई जा रही है। सीएचसी अगस्त्यमुनि के चिकित्साधीक्षक डा. विशाल वर्मा ने बताया कि जानकी देवी के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। काफी मात्रा में खून बहा है। सिर की चोटों को देखते हुए उन्हें सीटी स्कैन के लिए रेफर किया गया है।
सूचना मिलने पर पर उत्तरी जखोली रेंज के वन क्षेत्राधिकारी पूर्ण सिंह रावत जानकी देवी का हालचाल पूछने सीएचसी पहुंचे। उन्होंने बताया कि घायल को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। वहीं ग्रामीणों ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने और उसे आदमखोर घोषित करने की मांग की है। वन क्षेत्राधिकारी ने आासन दिया कि गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में गश्त बढ़ाने के साथ ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे।