प्रदेश में पर्यटन, कृषि एवं वैलनेस के क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाएं तलाशने में आगे आए पूर्व सैनिक
उपनल के स्थापना दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने रविवार को गढ़ी कैंट में उपनल के 19 वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। राज्यपाल ने समारोह में कला, साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। साथ ही राज्यापल और सैनिक कल्याण मंत्री ने उपनल के उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन कर्मचारियों को पुरस्कार राशि देकर और पर्वतारोहण और साइकिलिंग के क्षेत्र में कई मेडल जीतने वाले पूर्व सैनिक कलम सिंह बिष्ट को भी सम्मानित किया गया।
समारोह में राज्यपाल ने सम्मानित होने वाले सभी छात्र-छात्राओं और कर्मचारियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने उपनल संस्था के अधिकारियों को भी स्थापना दिवस की बधाई दी। राज्यपाल ने कहा कि पूर्व सैनिक के आश्रितों के कल्याण के लिए बनी इस संस्था का मुख्य उद्देश्य उन्हें रोजगार उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि हम सभी को संकल्प लेना होगा कि हम इसकी बेहतरी के लिए कार्य करें।
राज्यपाल ने कहा कि इस संस्था का लाभ प्रत्येक पूर्व सैनिक और उनके परिवारों को मिले, इसके तरीके खोजे जाएं। उपनल में नवाचार और नवीन तकनीकी का इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने सभी कर्मचारियों से यह संकल्प लेने की भी अपील की कि वे किसी भी प्रकार के गलत कार्य संस्कृति को बढ़ावा न दें, जिससे संस्था का मान व सम्मान प्रभावित है। राज्यपाल ने कहा कि पूर्व सैनिकों में प्राकृतिक नेतृत्व क्षमता है। वे शासन एवं प्रशासन को किस प्रकार अपना सहयोग दें इस पर विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यटन, कृषि एवं वैलनेस के क्षेत्र में असीमित संभावनाएं हैं। पूर्व सैनिक इन क्षेत्रों में रोजगार के नवीन अवसर तलशाने के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि हमें अपनी ताकत को पहचानते हुए उस क्षेत्र में कार्य करने की जरूरत है।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उपनल के स्थापना दिवस के लिए प्रेषित शुभकामना संदेश भी पढ़ा गया। इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणोश जोशी ने उपनल का मुख्य उद्देश्य पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को रोजगार उपलब्ध कराना है। इस क्रम में उपनल द्वारा पूर्ण पारदर्शिता एवं जवाबदेही के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा उपनल कर्मचारी प्रदेश के प्रत्येक विभाग में कंधे से कंधा मिलाकर सरकार के साथ काम कर रहे है। सरकार का दायित्व है कि कर्मचारियों की समस्या को सुने और उनकी समस्या का समाधान करें। इस दिशा में सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा वर्तमान में उपनल द्वारा 24,000 अभ्यर्थियों का प्रायोजन किया जा चुका है।