दल के 44 साल के इतिहास में पहली बार चुनाव से हुआ केंद्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन
दल की मजबूती के लिए सभी को मिलकर करना होगा प्रयास: कठैत
देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल के नवनिर्वाचित केंद्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत का बुधवार को दून पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। दल के कार्यकताओं ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया। इससे पहले उनके स्वागत में डोईवाला से निकाली गई रैली विभिन्न स्थानों से गुजरते हुए दून पहुंची। यहां पर उन्होंने घंटाघर स्थित स्व. इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा व कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक पहुंचकर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद नवनिर्वाचित केंद्रीय अध्यक्ष यूकेडी के कचहरी रोड स्थित केंद्रीय कार्यालय पहुंचे।जहां पर सबसे पहले वैदिक मंत्रोचार के साथ हवन किया गया। उसके बाद निवर्तमान अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष को शपथ दिलाई। इस अवसर पर उन्होंने दल के सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आभार जताया। कहा कि दल की मजबूती के लिए सभी को मिलकर ईमानदारी व निष्ठा से काम करना होगा। यदि सभी लोग अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निवर्हन करेंगे तो यूकेडी को मजबूत क्षेत्रीय दल बनने से कोई रोक नहीं सकता है।
दल की मजबूती के लिए सभी को मिलकर करना होगा प्रयास: कठैत
देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल के नवनिर्वाचित केंद्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत का बुधवार को दून पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। दल के कार्यकताओं ने फूल मालाओं से उनका स्वागत किया। इससे पहले उनके स्वागत में डोईवाला से निकाली गई रैली विभिन्न स्थानों से गुजरते हुए दून पहुंची। यहां पर उन्होंने घंटाघर स्थित स्व. इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा व कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक पहुंचकर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद नवनिर्वाचित केंद्रीय अध्यक्ष यूकेडी के कचहरी रोड स्थित केंद्रीय कार्यालय पहुंचे।जहां पर सबसे पहले वैदिक मंत्रोचार के साथ हवन किया गया। उसके बाद निवर्तमान अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष को शपथ दिलाई। इस अवसर पर उन्होंने दल के सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आभार जताया। कहा कि दल की मजबूती के लिए सभी को मिलकर ईमानदारी व निष्ठा से काम करना होगा। यदि सभी लोग अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निवर्हन करेंगे तो यूकेडी को मजबूत क्षेत्रीय दल बनने से कोई रोक नहीं सकता है।
उन्होंने कहा कि दल में किसी भी प्रकार की लीपापोती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता की समस्याओं के समाधान के लिए एकजुटता के साथ संघर्ष करना ही सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए। राज्य के अनसुलझे सवालों के लिए अभी लंबी लड़ाई लड़नी होगी। बता दें कि यूकेडी के 44 साल के इतिहास में पहली बार केंद्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन चुनाव से हुआ है। इस अवसर पर निवर्तमान अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी, दिवाकर भट्ट, त्रिवेन्द्र पंवार, सुरेन्द्र कुकरेती, एपी जुयाल, सुनील ध्यानी, पंकज व्यास, बहादुर रावत, जय प्रकाश, प्रमिला रावत, बिजेन्द्र रावत, राजेन्द्र बिष्ट, उत्तरा बहुगुणा, दीपक रावत, किरण रावत आदि मौजूद रहे।