रामनगर। उत्तराखण्ड राज्य में उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं का आरंभ सोमवार से शुरू हो रहा है। परीक्षा के लिए कुल 1,333 परीक्षा केंद्र बनाएं गए हैं। परीक्षाओं का समापन 19 अप्रैल को होगा।
बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने के लिए परिषद की ओर से व्यापक तैयारी की है। किसी भी गड़बड़ी के लिए केंद्र व्यवस्थापक सीो जिम्मेदार होंगे। प्रश्न-पत्रों की सुरक्षा व लिखित उत्तर पुस्तिकाओं को संकलन केंद्र तक पहुंचाने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। परीक्षाओं के निर्विघ संचालन में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए परिषद मुख्यालय पर बनाया गया कंट्रोल रूम 24 घण्टे सक्रिय रहेगा।
इस वर्ष की बोर्ड परीक्षाओं में कुल 2,42,955 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। जिसमें हाई स्कूल के 1,29,785 (संस्थागत श्रेणी के 1,27,414 तथा व्यक्तिगत श्रेणी के 2,371) तथा इंटरमीडिएट के 1,13,170 (संस्थागत श्रेणी के 1,10,204 तथा व्यक्तिगत श्रेणी के 2,966) परीक्षार्थी शामिल हैं। परीक्षाओं के लिए प्रदेश भर में बोर्ड ने कुल 1,333 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। जिसमें एकल श्रेणी के 34 व मिश्रित श्रेणी के 1,293 परीक्षा केंद्र हैं।
सुरक्षा के लिहाज से 191 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील तथा 18 परीक्षा केंद्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। सर्वािक परीक्षा केंद्र पौड़ी जिले में (165) तथा सबसे कम चम्पावत जिले में (40) बनाये गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर किसी भी प्रकार के इलैक्ट्रोनिक गैजेट्स ले जाने की अनुमति नही होगी। लिखित उत्तरपुस्तिकाओं को रखने के लिए प्रदेश में 13 मुख्य संकलन व 24 उपसंकलन केंद्र बनाए गए हैं। बोर्ड परीक्षाओं के 19 अप्रैल को समाप्त होने के बाद 25 अप्रैल से उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का काम शुरू किया जाएगा। जो 9 मई तक पूरा किया जाएगा। मई माह के अंत तक परीक्षाओं का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।