साथ में पेट्रोल की बोतल ले गए थे कर्मचारी, पुलिस ने रोका
मामला किया गया दर्ज, मजिस्ट्रेट के सामने किया पेश
देहरादून। कोरोनाकाल खत्म होने के बाद नौकरी से हटाए गए आउटसोर्स कर्मचारियों के तेवर तल्ख हैं। नौकरी पर बहाली की मांग को लेकर आउटसोर्स कर्मचारी पिछले कई दिनों से आंदोलित हैं। दो दिन पहले आउटसोर्स कर्मचारी अचानक राजभवन के बाहर पहुंच गए थे, जिस कारण पुलिस के हाथ-पांव फूल गए थे। वहीं आज भी आउटसोर्स कर्मचारी संतोष राणा, मुकेश शर्मा, ऋषि, विवेक, सुनील आदि एक बार फिर अपने साथ पेट्रोल लेकर राजभवन पहुंचे और आत्मदाह की कोशिश की। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स व सुरक्षाकर्मियों ने आउटसोर्स कर्मचारियों को रोक लिया। इस दौरान कर्मचारियों व पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
कोविड कर्मियों का कहना था कि अपनी मांगों को लेकर उन्होंने बीती 23 अक्टूबर को राज्यपाल को खून से लिखा पत्र भेजा था। इस पत्र कर हुई कार्यवाही का संज्ञान लेने वह दो दिन पहले भी राजभवन आए थे, लेकिन उन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। जिसके बाद उन्हें आज फिर राजभवन आना पड़ा। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने आउटसोर्स कर्मचारियों को वाहन में बैठाकर कैंट थाना भेज दिया। आउटसोर्स कर्मचारियों पर शांति भंग करने के आरोप में धारा 151, 116 व 107 के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद मेडिकल के बाद इन कर्मियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। मजिस्ट्रेट कार्यालय से कर्मचारियों को पर्सनल बांड पर छोड़ा गया।