लंबे इंतजार के बाद बारिश व बर्फबारी होने से किसानों के चेहरे खिले
देहरादून। प्रदेश में ऊंचाई वाले क्षेत्रों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमनोत्री, हेमकुंड साहिब, औली, मद्दमहेर, दयारा बुग्याल, हषिर्ल, घेस, धनोल्टी, चकराता आदि जगह भारी बर्फबारी हुई है। चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, टिहरी, पिथौरागढ़, बागेर व अल्मोड़ा के निचले इलाकों में भी हल्की बर्फबारी हुई। मसूरी व नैनीताल में भी शाम ढलते ही बर्फ की फांहे गिरनी शुरू हो गई। कई जगह पारा का स्तर शून्य से नीचे लुढ़क गया।इधर, लंबे इंतजार के बाद मैदानी क्षेत्रों में भी उम्मीद के अनुरूप बारिश हुई है। देहरादून व आसपास के मैदानी इलाकों में सुबह से जारी बारिश का क्रम रात तक जारी रहा। अधिकांश स्थानों पर रूक-रूककर बारिश हुई। कुछ जगह ओलावृष्टि भी हुई। बारिश व बर्फबारी के चलते वातावरण में कड़ाके की ठंड जरूर बढ़ी, पर किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। क्योंकि कई दिनों पर किसानों की रबी की फसल को पानी नसीब हुआ है। अगले एकाध दिन मौसम का मिलाजुला असर रहेगा। कुल मिलाकर मैदान से लेकर पहाड़ तक इंद्रदेव मेहरबान रहे।
बीते दिन की तरह आज भी मौसम का मिजाज बिगड़ा रहा। गढ़वाल व कुमाऊं के ऊंचाई वाले इलाके बर्फ से लकद्क हो गए हैं। जबकि निचले व मैदानी क्षेत्र बारिश से तर हुए। बर्फबारी के चलते कुछ जगह सड़क मार्ग भी बाधित हुए हैं, जिन्हें खोलने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा जेसीबी मशीनें तैनात की गई।
राजधानी देहरादून व आसपास के मैदानी इलाकों में भी अलसुबह से रूक-रूककर बारिश का क्रम जारी रहा। अपराह्न को एक दौर तेज बारिश भी हुई। बारिश के कारण पारा का स्तर नीचे लुढ़क गया। वातावरण में हाड़ कंपाने वाली ठंड का असर रहा। मसूरी में भी दोपहर तक बारिश हुई और शाम ढलते ही बर्फ की फांहे गिरने लगी। धनोल्टी में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई, जिस कारण तमाम पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं।
वहीं पर्यटन कारोबारियों में भी खुशी है। चकराता व आसपास की चोटियों पर भी जमकर बर्फबारी हुई है। ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, विकासनगर व आसपास के मैदानी क्षेत्रों में भी सुबह से शाम तक रुक-रुककर बारिश होती रही। कुछ जगह ओलावृष्टि भी हुई। बारिश के चलते ठंड बढ़ गई है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा लेते रहे। शुक्रवार से मौसम खुल सकता है।