लोन अदायगी से बचने को की पति ने वारदात
रुड़की। गंगनहर में डूबोकर की गई महिला की हत्या का रविवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। वारदात में पति ही कातिल निकला है। सीआईडी घारावाहिक देखकर आरोपित ने हत्या का प्लान तैयार किया था। आरोपित ने पत्नी के नाम लिए 44 लाख के लोन से छुटकारा और प्रेमिका से खुलकर गुफ्तगू करने के लिए पत्नी को मौत के घाट उतारा। पुलिस ने आरोपित पति को गिरफ्तार कर लिया है।
कोतवाली रुड़की में पत्रकारों से वार्ता में एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि 7 फरवरी को कोतवाली मंगलौर में नहर पटरी नसीरपुर में महिला के नहर में डूबने की सूचना प्राप्त हुई। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। घटना को संदिग्ध बताते हुए मृतका के पिता ने अपने दामाद और अन्य पर साजिश रच कर विवाहिता को गंगनहर में धक्का देकर हत्या कर देने का मुकदमा दर्ज कराया।
शिकायत का संज्ञान लेते हुए एसएसपी द्वारा मामले की गहन पड़ताल करते हुए हकीकत सामने लाने के निर्देश दिए गए। खुलासे के लिए गठित टीम ने पूरे मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि मृतका के नाम पर 44 लाख रुपए का बैंक लोन था। आरोपित पति अतेंद्र ज्वालापुर में आटा चक्की का कार्य करता है।
इस कार्य के लिए मृतका के नाम पर 44 लाख रुपए का लोन लिया गया था। दूसरा आरोपित आटा चक्की पर ही काम करता था। आरोपित पति का बैंक में काम कर रही महिला के साथ हरिद्वार में अवैध संबंध होना भी सामने आया है। आरोपित ने बैंक जाकर पता किया तो वहीं उसको पता चला कि लोन लेने वाले के मरने के बाद लोन माफ हो जाता है। यह पता चलते ही योजनाबद्ध तरीके से मृतका को शराब पीने की आदत डाली गई।
घटना के दिन मृतका को धोखे से काफी शराब पिलाकर जबरदस्ती वेगनआर में डालकर हरिद्वार लाया गया। चक्की में काम कर रहे दूसरे आरोपित को 5 लाख रुपये का लालच देकर अपने साथ शामिल किया गया। दोनों ने रास्ते में मृतका को पुन: शराब पिलाई और फिर नसीरपुर के पास नहर में धकेल दिया।
मोटरसाइकिल को नहर में डालकर पुलिस का ध्यान भटकने के लिए एक्सीडेंट की प्लानिंग भी की गई और डायल 112 तथा 108 एंबुलेंस को सूचना दी गई, जिससे मृतका को रास्ते से हटाकर प्रेम के दरवाजे भी खोले जाएं और लोन भी माफ हो जाए। एसएसपी ने बताया कि दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात में प्रयुक्त कार और कार में छूटी मृतका की टोपी को भी आरोपित पति की निशानदेही पर नहर पटरी से बरामद कर लिया गया।
एसएसपी ने बताया कि आरोपित को हत्या किए जाने का आइडिया टीवी सीरियल सीआईडी देखने के बाद आया। पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम अतेंद्र पुत्र सत्य प्रकाश निवासी ग्राम झडका थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश और अजय प्रकाश उर्फ रवि पुत्र भानु प्रकाश निवासी बताए। वार्ता में एसपी देहात स्वपन किशोर सिंह भी शामिल रहे। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक अमरचंद शर्मा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक धमेर्ंद्र राठी, उप निरीक्षक नवीन चौहान, मनोज कठैत, रघुवारी सिह रावत, अपर उप निरीक्षक नरेंद्र राठी, हेड कांस्टेबल शूरवीर, विकास और कांस्टेबल अरुण शामिल थे।