पौड़ी। तहसील थलीसैण के एक गांव में पोते व भतीजी के साथ मायके से घर लौट रही महिला पर भालू ने हमला कर दिया। हमले के दौरान महिला का एक वर्षीय पोता उसकी गोद में था। इस दौरान बचाव में भतीजी ने भालू पर दराती से वार कर दिया। गनीमत रही कि एक वर्षीय पोता इस पूरी छीनाझपटी में पूरी तरह से सुरक्षित रहा। जबकि भतीजी व महिला को भालू ने घायल कर दिया। दोनों घायलों को श्रीनगर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है।
तहसील थलीसैण के चौथान पट्टी स्थित दैड़ा गांव निवासी 42 वर्षीय हीरा देवी पत्नी हयात सिंह अपने 1 वर्षीय पोते व 20 वर्षीय भतीजी रेखा के साथ मातोली गांव (मायका) से घर लौट रही थी। महिला ने अपने पोते को गोद में लिया हुआ था। इसी दौरान झाड़ियों से निकल कर भालू ने हीरा देवी पर हमला कर दिया। अचानक हुए हमले में पोता जमीन पर जा गिरा। हीरा देवी पर झपटे भालू को अलग करने के लिए भतीजी रेखा ने भी दरांती से उस पर वार शुरू कर दिया। रेखा व हीरा देवी बच्चे को बचाते हुए भालू से भिड़ पड़े। बाद में भालू भाग खड़ा हुआ। भालू के हमले में हीरा देवी व रेखा काफी घायल हो गए। जबकि पोता पूरी तरह सुरक्षित रहा। घायलों को उपचार के लिए पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बूंगीधार में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों घायलों को मेडिकल कालेज श्रीनगर के बेस अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां दोनों का उपचार चल रहा है।
इस क्षेत्र में भालू के हमले की यह पांच माह में चौथी घटना है। नवंबर 2021 में एक के बाद एक तीन घटनाएं सामने आई थी। इस दौरान चौंरा व कुचोली में महिलाओं पर भालू ने हमला किया था। जबकि मैराली में भालू ने हमलाकर एक व्यक्ति को घायल किया था। नायब तहसीलदार थलीसैण आनंदपाल ने बताया कि दैड़ा गांव निवासी हीरा देवी व रेखा भालू के हमले में घायल हो गए हैं। घटना में पोता पूरी तरह सुरक्षित है। कहा राजस्व पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों को वन्यजीवो से सुरक्षा को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं वन क्षेत्राधिकारी थलीसैण अनिल रावत ने बताया कि भालू के हमले में घायलों को जल्द ही मुआवजा दिया जाएगा।