देहरादून। सरकारी टेण्डर दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव सहित चार लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की जायेगी। जिसमें अवैध क्रिया कलापों से अर्जित सम्पत्ति की जब्तीकरण की कार्यवाही भी होगी।
बता दें कि सरकारी टेण्डर दिलाने के एवज में लोगों से धोखाधडी कर पैसे हडपने वाले मुख्य आरोपी सौरभ वत्स तथा मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव पीसी उपाध्याय को राजस्थान तथा देहरादून से पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। आरोपी सौरभ वत्स उर्फ सौरभ शर्मा द्वारा पीसी उपाध्याय के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह के रूप में कार्य करते हुए फर्जी सरकारी दस्तावेजों के आधार पर लोगों को ई-टेण्डरिंग के माध्यम से सरकारी टेण्डर दिलाने के एवज में उनके साथ करोडों रूपये की ठगी की गई थी।
आरोपियों के विरूद्ध जनपद देहरादून सहित अन्य जनपदों व गैर प्रान्तों में धोखाधडी के कई मुकदमें दर्ज हैं। सौरभ वत्स, पीसी उपाध्याय नन्दिनी वत्स, पत्नी सौरभ वत्स निवासी अम्बाला रोड नकुड, सहारनपुर हाल निवासी अठूरवाला जौलीग्रान्ट, थाना डोईवाला, शाहरूख खान पुत्र इस्लामुद्दीन निवासी ग्राम बाजावाला, मारखम ग्रान्ट के विरूद्ध कोतवाली नगर में 2/3 गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। उक्त सभी आरोपियों द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई सम्पत्ति के चिन्हीकरण की कार्यवाही की जा रही है। पुलिस के अनुसार जल्द ही आरोपियों की अवैध सम्पत्ति के जब्तीकरण की कार्यवाही की जायेगी।