देहरादून। प्रदेश कांग्रेस के अंदर सिसासत कम होने का नाम नहीं ले रही है। वहीं नई जिम्मेदारी के बाद एक बार फिर असंतोष के सुर उठने लगे हैं। कांग्रेस आलाकमान की ओर से नई जिम्मेदारियां बांटने और उसमें अपने नेता की अनदेखी के बाद प्रीतम खेमा काफी आहत है। माना जा रहा था कि प्रीतम सिंह के कद को देखते हुए उन्हें कांग्रेस आलाकमान से नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी मिल सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पार्टी ने भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष बना दिया है। यशपाल आर्य को पार्टी में शामिल कराने में मुख्य भूमिका प्रीतम सिंह की बताई जाती है।
हाईकमान द्वारा अपने नेता की अनदेखी के बाद प्रीतम खेमा नाराज बताया जा रहा है। रविवार देर शाम पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से इन नियुक्तियों का पत्र जारी किया गया। इससे प्रीतम खेमा नाराज बताया जा रहा है। क्योंकि गढ़वाल से कांग्रेस आलाकमान ने किसी नेता को कोई जिम्मेदारी नहीं दी है। वहीं प्रीतम सिंह के करीबी माने जाने वाले गिरीश चंद्र पुनेठा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने पूर्व सीएम हरीश रावत पर खुलकर निशाना साधा, फिर आलाकमान के फैसले पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की बात साझा की है।