लोक सेवा आयोग ने 451 अभ्यर्थियों की सूची की जारी
देहरादून। सरकारी स्कूलों में प्रवक्ताओं का टोटा कुछ हद तक कम हो जाएगा। आगामी सत्र से स्कूलों को 451 नये प्रवक्ता मिलने जा रहे हैं। लोक सेवा आयोग ने इन प्रवक्ताओं के चयन की प्रक्रिया पूरी करके चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी है। लंबे समय से चल रही चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जो सूची जारी की गयी है, उसमें सामान्य व महिला शाखा के प्रवक्ता शामिल हैं। सामान्य में 440 व महिला शाखा में 11 प्रवक्ता चुने गये हैं।
आयोग के सचिव कमेन्द्र सिंह द्वारा जारी सूची के अनुसार सामान्य शाखा में अंग्रेजी विषय में 64, हिंदी में 81, संस्कृत में 18, भौतिकी में 48, रसायन विज्ञान में 42, गणित में 6, जीव विज्ञान में 35, नागरिक शास्त्र में 38, अर्थशास्त्र में 74, इतिहास में 8, भूगोल में 17, समाज शास्त्र में 6 के साथ ही कला, मनोविज्ञान व कृषि में एक-एक अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। इसके साथ ही महिला शाखा में चयनित 11 अभ्यर्थियों में से हिंदी 2, रसायन, जीवविज्ञान व अर्थशास्त्र में तीन-तीन का चयन हुआ है। आगामी सत्र में इन सभी प्रवक्ताओं की सेवाएं प्रदेश के विद्यालयों में मिल सकेंगी। विशेषकर नये युवाओं का चयन होने से सीमांत क्षेत्र के विद्यालयों में प्रवक्ताओं की कमी पूरी होने की उम्मीद भी की जा सकती है।
देहरादून। सरकारी स्कूलों में प्रवक्ताओं का टोटा कुछ हद तक कम हो जाएगा। आगामी सत्र से स्कूलों को 451 नये प्रवक्ता मिलने जा रहे हैं। लोक सेवा आयोग ने इन प्रवक्ताओं के चयन की प्रक्रिया पूरी करके चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी है। लंबे समय से चल रही चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जो सूची जारी की गयी है, उसमें सामान्य व महिला शाखा के प्रवक्ता शामिल हैं। सामान्य में 440 व महिला शाखा में 11 प्रवक्ता चुने गये हैं।
आयोग के सचिव कमेन्द्र सिंह द्वारा जारी सूची के अनुसार सामान्य शाखा में अंग्रेजी विषय में 64, हिंदी में 81, संस्कृत में 18, भौतिकी में 48, रसायन विज्ञान में 42, गणित में 6, जीव विज्ञान में 35, नागरिक शास्त्र में 38, अर्थशास्त्र में 74, इतिहास में 8, भूगोल में 17, समाज शास्त्र में 6 के साथ ही कला, मनोविज्ञान व कृषि में एक-एक अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। इसके साथ ही महिला शाखा में चयनित 11 अभ्यर्थियों में से हिंदी 2, रसायन, जीवविज्ञान व अर्थशास्त्र में तीन-तीन का चयन हुआ है। आगामी सत्र में इन सभी प्रवक्ताओं की सेवाएं प्रदेश के विद्यालयों में मिल सकेंगी। विशेषकर नये युवाओं का चयन होने से सीमांत क्षेत्र के विद्यालयों में प्रवक्ताओं की कमी पूरी होने की उम्मीद भी की जा सकती है।