देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को चीड़बाग स्थित सैन्य धाम से अग्निपथ योजना के विरोध में पदयात्रा का आगाज किया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की अगुवाई में वरिष्ठ नागरिकों द्वारा अग्निपथ के विरोध में वरिष्ठ नागरिकों के अभियान के तहत चीड़बाग स्थित सैन्य धाम में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उसके बाद जिला प्रशासन के माध्यम से अग्निपथ के विरोध में राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
इससे पहले अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे लोगों को राजभवन से पहले पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया। इस दौरान हरीश रावत ने इसे गैर राजनीतिक अभियान बताया। उन्होंने कहा कि बीते 3 साल से सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी कर रहे युवाओं के सपनों को तोड़ने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ उत्तराखंड के नौजवानों के साथ खिलवाड़ है।हरीश रावत ने कहा कि अग्निपथ योजना उत्तराखंड की बर्बादी का प्रतीक है। उत्तराखंड के हमारे नौजवानों के भविष्य को अग्निपथ योजना चौपट करने का पथ है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि जो नौजवान वर्षों से सेना में जाने की तैयारी कर रहा था, वह अब अग्निवीर होगा और 4 साल बाद घर वापस आएगा। इस तरह उसके सामने अनिश्चित भविष्य होगा।
वहीं हरीश रावत ने अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा कि सरकार अग्निवीरों को रिटायर होने के बाद नौकरियां दिए जाने की बात कर रही है, लेकिन सरकार को यह बताना चाहिए कि नौकरियां कहां हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सरकार झूठ का पुलिंदा चढ़ाकर अग्निपथ योजना को परोस रही है। मगर हम इसका कड़ा विरोध करेंगे।