लालकुआं के आंचल डेरी प्लांट में हुआ हादसा
एसडीएम ने दिए जांच के निर्देश
देहरादून। लाल कुआं स्थित आंचल डेरी प्लांट में सोमवार की सुबह अमोनिया गैस के रिसाव से आठ लोगों की हालत बिगड़ गई। जिन्हे इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जिनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है एसडीएम नैनीताल नें घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह 3 से 4 बजे के बीच अचानक प्लांट में हुए गैस रिसाव के कारण एक-एक कर आठ कर्मचारी बेहोश हो गए। कर्मचारियों के बेहोश होने से प्लांट में अफरा-तफरी मच गई। शुरुआत में किसी को इसका कारण समझ नहीं आया लेकिन जब गैस का प्रभाव क्षेत्र बढ़ने लगा तो लोग प्लांट से बाहर आने लगे। इसकी सूचना पुलिस और जिला प्रशासन को दी गई तथा मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने प्रभावित लोगों को अस्पताल पहुंचाया जिनमें से दो का इलाज हल्द्वानी सरकारी अस्पताल में चल रहा है तथा 6 लोगों को अलग-अलग निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जिनकी हालत सामान्य बताई जा रही है। अमोनिया गैस का इस्तेमाल प्लांट को चिल्ड रखने के लिए संयंत्रों में किया जाता है।
प्लांट के प्रशासनिक अधिकारी और इंजीनियर अब इस बात का पता लगाने में जुटे हैं कि गैस का रिसाव कहां से हुआ और कैसे हुआ? इस काम के लिए प्लांट प्रशासन द्वारा बाहर से विशेषज्ञ इंजीनियर भी बुलाए गए। घटना के बाद प्लांट को तुरंत बंद कर दिया गया है तथा लीकेज को रोकने के प्रयास किया जा रहे हैं।
प्लांट प्रबंधकों का कहना है की लीकेज मामूली थी इसलिए इस घटना से कोई बड़ा जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि लीकेज का पता लगा लिया गया है तथा इसके ट्रीटमेंट का काम किया जा रहा है तथा जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे। उधर एसडीएम ने इस घटना की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। उनका कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी तथा इसके कारणों का पता लगाया जाएगा। उनका यह भी कहना है कि अगर समय रहते पता नहीं चलता तो बड़ा हादसा हो सकता था।