वर्तमान में मणिपुर में थे तैनात, डय़ूटी के दौरान अचानक हुई मृत्यु
देहरादून। पूर्वोत्तर की सीमा पर सरहद की हिफाजत करते हुए असम राइफल्स के जवान फूलचंद शहीद हो गए हैं। वह असम राइफल्स की 33वीं बटालियन में तैनात थे। वर्तमान में उनकी तैनाती मणिपुर के नजदीकी क्षेत्र में थी। बताया जा रहा है कि डय़ूटी के दौरान उनकी अचानक मृत्यु हो गई।
जवान फूलचंद मूलरूप से देहरादून के इंद्रानगर के निवासी थे। उनका पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार सुबह अंतिम दर्शन के लिए उनके इंद्रानगर स्थित आवास लाया गया। ताबूत में बंद और तिरंगे में लिपटे जवान फूलचंद के पार्थिव शव को देख परिजनों में कोहराम मच गया। मौके पर मौजूद सेना के अधिकारियों, जवानों, पूर्व सैनिकों और नाते-रिश्तेदारों ने उन्हें ढाढस बंधाया।
कैंट विधानसभा की विधायक सविता कपूर के साथ ही गौरव सेनानी एसोसिएशन से जुड़े पूर्व सैनिकों, असम राइफल्स के पूर्व सैनिकों और आसपास के लोगों ने शहीद जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं गढ़वाल राइफल्स की सैन्य टुकड़ी ने अंतिम सलामी दी। इसके बाद शहीद जवान की अंतिम यात्रा हरिद्वार के लिए निकली।
52 वर्षीय फूलचंद पिछले तीन दशक से असम राइफल्स में तैनात थे। कुछ दिन पहले ही गर्वनर सिल्वर मेडल के लिए भी उनका चयन हुआ था। वह अपने पीछे पत्नी पूनम के साथ एक बेटा शिवम व बेटी शीतल को छोड़ गए।
श्रद्धांजलि देने वालों में गौरव सेनानी एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर राणा, सचिव गिरीश जोशी, देव सिंह पटवाल, रामेर राणा, अनिल पैन्यूली, विनोद सिंह, अजयवीर, अशोक सिंह आदि पूर्व सैनिक शामिल रहे।