अपर हिमालयी क्षेत्र के विद्यालयों में न्यूनतम तीन वर्ष तक मिलेगी तैनाती
अतिथि शिक्षकों को मातृत्व अवकाश दिये जाने पर भी बनी सहमति
देहरादून। सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत अब अतिथि शिक्षकों को भी मंडल परिवर्तन का मौका मिलेगा। यह मांग काफी समय से की जा रही थी। विभिन्न राजकीय विद्यालयों में प्रवक्ता एवं सहायक अध्यापक एलटी के पदों पर तैनात अतिथि शिक्षकों को मण्डल परिवर्तन का मौका दिया जायेगा।
शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि अतिथि शिक्षकों को अपर हिमालयी क्षेत्र के विभिन्न ब्लाकों के दूरस्थ विद्यालयों में रिक्त पदों के सापेक्ष कम से कम तीन वर्ष के लिये तैनात किया जायेगा। साथ ही उन्हें मातृत्व अवकाश दिये जाने का भी निर्णय सरकार ने लिया है।
ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान विद्यालयों में शिक्षण कार्य करने वाले अतिथि शिक्षकों को अनुमन्य वेतनमान भी दिया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को शीघ्र प्रस्ताव तैयार कर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिये गये हैं। डा. रावत ने आज अपने शासकीय आवास पर विभागीय समीक्षा बैठक में ये निर्णय लिये।
उन्होंने प्रदेश के विभिन्न राजकीय विद्यालयों में तैनात अतिथि शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के निर्देश भी दिये। समीक्षा बैठक में डा. रावत ने कहा कि अतिथि शिक्षक बार-बार प्रभावित न हों इसके लिये उन्हें उच्च हिमालयी क्षेत्र के विभिन्न ब्लाकों के दूरस्थ विद्यालयों में रिक्त पदों के सापेक्ष न्यूनतम तीन वर्ष के लिये तैनाती दी जाएगी। अतिथि शिक्षकों को अनुबंध पत्र के साथ ही विकल्प देना होगा।
विभागीय मंत्री ने कहा कि विभिन्न विद्यालयों में स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति से प्रभावित अतिथि शिक्षकों को उनके इच्छित स्थानों पर तैनाती देने के निर्देश भी अधिकारियों को दे दिये गये हैं।
बैठक में महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी, अपर सचिव बेसिक एमएम सेमवाल, उप सचिव अनिल पाण्डेय, निदेशक एससीईआरटी वंदना गब्र्याल, निदेशक माध्यमिक अजय नौडियाल, अपर निदेशक बेसिक रघुनाथ आर्य सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष अभिषेक भट्ट व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।