बजट सत्र के पहले ही दिन 4 घंटे तक रहा हाईवे जाम

गैरसैण।
कांग्रेस ने बजट सत्र के पहले ही दिन सड़क से लेकर सदन तक हंगामा खड़ा किया। इसके चलते करीब 4 घंटे तक जाम लग जाने से लोगों की आवाजाही थमी रही। इस दौरान पुलिस ने सैकड़ों कांग्रेसियों को गिरफ्तार किया। भराड़ीसैंण विधान सभा मार्ग पर लगाए गए बैरिकेटों को भी लांघ कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस को खूब पसीना बहाने दिया।
भराड़ीसैंण में विधान सभा सत्र के पहले दिन कांग्रेस का विधान सभा घेराव कार्यक्रम पुलिस के लिए मुसीबत का सबब बना। इस दौरान महंगाई, बेरोजगारी, पेपर लीक, जोशीमठ भू धंसाव जैसे मुद्दों के साथ ही अंकिता हत्याकांड में संलिप्त वीआईपी का खुलासा करने की मांग कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता घंटों पुलिस से उलझे रहे। इस बीच कफकोट के पूर्व विधायक ललित फस्र्वाण बेरिकेट पार करते गिर कर चोटिल हो गए। पुलिस के साथ नोक-झोंक के दौरान पीसीसी मेंबर हरिकृष्ण भट्ट भी घायल हो गए।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत तथा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधान सभा कूच किया। भराड़ीसैंण से 40 किमी दूर एनएच 109 पर सिमली के पास पुलिस ने हरदा के काफिले को रोकने का प्रयास किया। कुमाऊं  क्षेत्र से आ रहे कांग्रेसियों को विधान सभा से 11 किमी दूर मालसी बैरिकेट पर रोक दिया गया। पुलिस व कांग्रेसियों के बीच जम कर नोक झोंक होती रही। लंबी जद्दोजहद के बाद कांग्रेसी मालसी के दोनों बैरिकेट को तोड़ कर आगे बढ़ गए। दिवालीखाल में जम कर सरकार विरोधी नारेबाजी क र पुलिस से उलझते नजर आए।
इस दौरान युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्र भुल्लर, उपाध्यक्ष मोहन भंडारी व महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला तथा अनुकृति गुसाई ने जबरदस्त विरोध के बीच मुख्य बैरिकेट पार कर विधान सभा कूच करने का प्रयास किया। इसके बाद दूसरे बैरिकेट को भी पार कर विधान सभा की ओर कांग्रेसी बढ़ने लगे किंतु पुलिस ने उनके प्रयास को विफल कर दिया। इस दौरान महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला बेहोश भी हो गई।
पुलिस के साथ घंटों तक चली जोर आजमाइस के बाद कांग्रेसियों ने गिरफ्तारी दी। कांग्रेसियों को अस्थाई जेल मालसी भेज दिया गया। सड़क पर 4 घंटे तक जाम चलता रहा। इस कारण भराड़ीसैंण विधान सभा गैरसैंण और कर्णप्रयाग की ओर आ रहे लोगों के साथ ही गैरसैंण और कर्णप्रयाग से आ रहे लोग भी जाम में फंस गए। इस कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कांग्रेस कार्यकर्ता 5 बैरियरों को पार कर दिवालीखाल पहुंचे। दिवालीखाल में भराड़ीसैंण की ओर जा रहे मार्ग पर जबर्दस्त नाकेबंदी की गई थी। हालात इस कदर बने थे कि कोई परिंदा भी बैरिकेट पार नहीं कर पा रहा था।
इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि भाजपा सरकार से आम जनता परेशान हैं। नौजवान, महिला, शिक्षक, व्यवसायी सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा भुगत रहे हैं। नौजवान पारदर्शितापूर्ण परीक्षा की गुहार लगा रहा है किंतु सरकार लाठियां भांज रही है। हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देख रेख में सीबीआई जांच की मांग को अनसुना किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पुलिस ने सरकार के इसारे पर तमाम स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोक कर लोकतंत्र की हत्या की है। सरकार आंदोलन को कूचलने का प्रयास कर रही है। सरकार को बताना ही पड़ेगा ही कि अंकिता हत्याकांड में वीआईपी कौन है। पूर्व विधायक ललित फस्र्वाण ने कहा कि डबल इंजन सरकार फेल हो गई है। भाजपा सरकार कुछ दिनों की ही मेहमान है। कहा कि जन मुद्दों को लेकर आंदोलन करना हमारा अधिकार है। धरना प्रदर्शन और विधान सभा घेराव पर धारा 144 लागू करना किसी के गले नहीं उतर रहा है। सरकार इतना डर रही है कि तो सत्र को ही बंद कर दे।कांग्रेसियों ने अडानी का मामला भी उठाया। कहा कि मोदी सरकार की चुप्पी भी समझ से परे है।
इस दौरान पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, गणोश गोदियाल, राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्र भुल्लर, उपाध्यक्ष मोहन भंडारी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, अनुकृति गुसाईं, मनीष खंडूडी, ललित फस्र्वाण, रंजीत रावत, पूर्व सांसद महेंद्र पाल, उपाध्यक्ष मथुरा दत जोशी, महामंत्री विजय सारस्वत, वैभव वालिया, राजेंद्र शाह, एनएसयूआई अध्यक्ष विकास नेगी, शांति प्रसाद भट्ट, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी, बीरेंद्र कंडारी, प्रदीप थपलियाल, हषर्पाल मिश्रा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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