देहरादून। चंपावत विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। इस सीट पर सीएम का चुनाव जीतना बेहद जरूरी है। इसी को लेकर भाजपा ने पूरी ताकत लगा रखी है। उत्तराखंड विधानसभा उपचुनाव सिर्फ एक सीट पर ही हो रहा है। ये सीट बीजेपी प्रत्याशी कैलाश गहतोड़ी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। असल में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में पुष्कर सिंह धामी खटीमा सीट से चुनाव हार गए थे। इसके बाद पुष्कर सिंह धामी दोबारा सीएम तो बन गए, लेकिन उन्हें विधानसभा का सदस्य होना जरूरी था. इसके बाद उनके लिए चंपावत सीट खाली की गई।
वहीं उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की तेज-तर्रार महिला नेताओं में शुमार की जाने वाली निर्मला का ताल्लुक ब्राह्मण समुदाय से है। वह करीब तीन दशक पहले शराब-विरोधी आंदोलन से सुर्खियों में आई थीं। वह कांग्रेस की चंपावत जिला अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कमेटी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य रही हैं। पूर्व की प्रदेश कांग्रेस सरकार में वह दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री भी थीं। सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए बीजेपी विधायक कैलाश गहतोड़ी ने चंपावत सीट खाली हुई है। चंपावत सीट से बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है। विधानसभा चुनाव 2022 में चंपावत में बीजेपी के कैलाश गहतोड़ी ने कांग्रेस के हेमेश खार्कवाल को 5304 वोटों से हराया था। कैलाश गहतोड़ी को 32547 वोट पड़े जबकि कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल को 27243 वोट मिले थे।
वहीं उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की तेज-तर्रार महिला नेताओं में शुमार की जाने वाली निर्मला का ताल्लुक ब्राह्मण समुदाय से है। वह करीब तीन दशक पहले शराब-विरोधी आंदोलन से सुर्खियों में आई थीं। वह कांग्रेस की चंपावत जिला अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कमेटी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य रही हैं। पूर्व की प्रदेश कांग्रेस सरकार में वह दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री भी थीं। सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए बीजेपी विधायक कैलाश गहतोड़ी ने चंपावत सीट खाली हुई है। चंपावत सीट से बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है। विधानसभा चुनाव 2022 में चंपावत में बीजेपी के कैलाश गहतोड़ी ने कांग्रेस के हेमेश खार्कवाल को 5304 वोटों से हराया था। कैलाश गहतोड़ी को 32547 वोट पड़े जबकि कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल को 27243 वोट मिले थे।