नारायणबगड़। राजकीय इंटर कालेज चोपता में रात की चौकीदारी पर तैनात परिचारक की मौत हो गई। राजस्व पुलिस ने शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सोमवार रात्रि को बोर्ड परीक्षा केंद्र जीआईसी चोपता में परिचारक मनवर सिंह मेहरा (59) की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वह विद्यालय में पिछले 20 वर्षो से कार्यरत थे। प्रधानाचार्य मदन लाल आर्य, शिक्षक हरीश चंद्र सिलोडी, पुष्पा देवी, कार्यालय सहायक रामेर मनोडी आदि जब कालेज पहुंचे तो विद्यालय कक्ष के ताले खुले नहीं पाए गए।
इस पर उन्होने परिचारक मनवर सिंह मेहरा को आवाज दी। जब कोई जबाब नहीं मिला तो वे कमरे की तरफ गए। जहां परिचारक बैंच पर मृत अवस्था में मिला। इससे वे सभी स्तब्ध रह गए। प्रधानाचार्य ने बताया कि उन्होंने तत्काल सूचना प्रशासन और मृतक के परिजनों को दी।
सूचना मिलने पर तहसीलदार मौके पर पहुंचे और मृतक का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया। तहसीलदार हरीश चंद्र पांडे ने आशंका जताई कि मौत का कारण संभवत: हृदय गति रुक जाना हो सकता है। असल कारण का पता तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के उपरांत ही मालूम हो सकेगी। इस घटना के चलते जहां मृतक के परिजन गहरे सदमे हैं वहीं मृतक के गांव भंगोटा में मातम पसर गया है।