सरकारी आंकड़ों में बताया गया 1.65 लाख
देहरादून। 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बीते रोज से शुरू हो चुकी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार पहले ही दिन 1.65 लाख यात्रियों द्वारा पंजीकरण कराये जाने का दावा किया गया है। लेकिन इसके विपरीत पंजीकरण करने वालों की वास्तविक संख्या इसके आधे से भी कम यानी 57, 755 ही है।
सरकार द्वारा 57,755 यात्रियों को एक लाख 65 हजार से अधिक गिने जाने का सच जानने की कोशिश की गई तो पता चला कि जिन यात्रियों द्वारा एक धाम की यात्रा के लिए पंजीकरण कराया गया है उसे तो एक पंजीकरण कराने वाले यात्री के रूप में गिना ही गया है जिस यात्री द्वारा सभी चारों धामों के लिए पंजीकरण कराया गया है उसे चार और जिसने दो धामों के लिए पंजीकरण कराया है उसे दो यात्री गिना गया है। जबकि यात्री द्वारा एक के बाद एक धाम जाने के लिए पंजीकरण अपनी इस एक यात्रा में कराया गया है।
बीते कल सरकार द्वारा पंजीकरण के जो आंकड़े दिए गए हैं वह सभी धामों के अलगकृअलग आंकड़े हैं। जिसके अनुसार केदारनाथ के लिए सर्वाधिक 53,570 बद्रीनाथ के लिए 49,385 गंगोत्री-यमुनोत्री के लिए 30, 224 यात्रियों द्वारा पंजीकरण कराया गया है जो कुल यात्रियों की संख्या को 1.65 लाख तक होना बताता है। जबकि इनमें बहुत सारे श्रद्धालुओं ने चारों धामों तथा बहुत सारे श्रद्धालुओं द्वारा दो या एक धाम जाने के लिए पंजीकरण कराया गया है। सरकार ने बीते साल 48 लाख के आसपास चार धाम यात्री आने का दावा किया था तथा इस साल 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की बात कही जा रही है लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या अगर ऐसे ही गिनी जाती है तो यह कहना अनुचित नहीं होगा कि इन चारधाम यात्रियों की संख्या 25 लाख से ऊपर नहीं जाएगी।
उल्लेखनीय है कि गंगोत्रीकृयमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी जबकि केदार धाम के कपाट 2 मई और बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे तब यात्रा विधिवत शुरू होगी। हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले जाएगें।