राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे हरसंभव प्रयास : सीएम

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मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को खेल रत्न और प्रशिक्षकों को द्रोणाचार्य अवार्ड से किया सम्मानित
देहरादून। राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयाए किए जा रहे हैं। सरकारी नौकरियों में खेल कोटे को भी पुन: प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किए गए हैं।परेडग्राउंड स्थित न्यू मल्टीपरपज हॉल में खेल विभाग की ओर से आयोजित राष्ट्रीय व अंतर्राष्र्टीय खिलाड़ियों को सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय एंव अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर एवं पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। जब कोई खिलाड़ी अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहा होता है, तो पूरे देश की भावनाएं उससे जुड़ी होती हैं। राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयाए किए जा रहे हैं।

राज्य में मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना प्रारंभ की गई है। प्रत्येक जिले के 150 बालक और 150 बालिकाओं अर्थात प्रदेश के कुल 3900 उभरते खिलाड़ियों को खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। सरकारी नौकरियों में खेल कोटे को भी पुन: प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार व विभाग द्वारा खिलाड़ियों की खेल प्रतिभा निखारने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। खेल विभाग के माध्यम से कई योजनाएं चलाई जा रही है।

उन्होंने कहा कि आज हम खिलाड़ियों और उनके प्रशिक्षकों को सम्मानित नहीं कर रहे, बल्कि हम सम्मानित हो रहे है और गर्व महसूस कर रहे है क्योंकि आप प्रशिक्षकों ने ही इन खिलाड़ियों को तराशने का काम किया है। जिसकी बदौलत वह राज्य का नाम रोशन कर रहे है। उन्हेंने कहा कि प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी  नहीं है बल्कि उन्हें तरासते हुए आगे बढ़ाने की जरुरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक नये भारत, शक्तिशाली भारत और समृद्धशाली भारत का निर्माण हो रहा है। खेलों के क्षेत्र में भी भारत का मान सम्मान बढ़ रहा है, दुनिया में कहीं भी खेल का मैदान हो, आज भारत का तिरंगा शान से लहराता हुआ दिखता है। प्रधानमंत्री ने देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई नई पहलें शुरु की हैं। खेलो इंडिया कार्यक्रम इसी सोच का एक सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है।  उन्होंने कहा कि 2025 तक उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है, इसके लिए जो जिस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।

खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने एक साल में खेल के क्षेत्र में अनेक निर्णय लिये हैं। राज्य में नई खेल नीति बनाई गई, जिसमें खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा दी जा रही है। पारंपरिक खेलों को भी खेल नीति में जोड़ा है। राज्य के 8 से 14 साल के 3900 बच्चों को प्रतिमाह 1500 रूपये की धनराशि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत दी जा रही है। 2024 में 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी उत्तराखंड करेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण खेल विभाग इन पुरस्कारों का वितरण नहीं कर पाया था इसलिए इन पुरस्कारों के वितरण में विलंब हुआ।

इस अवसर पर राजपुर विधायक खजान दास, विशेष प्रमुख सचिव खेल  अभिनव कुमार, निदेशक खेल जितेन्द्र कुमार सोनकर, संयुक्त निदेशक एसके सार्की, महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज प्रधानाचार्य राजेश मंमगाई, जिला क्रीड़ा अधिकारी शबाली गुरुंग सहित विभागीय अधिकारी, खिलाड़ी और परिजन मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन मनीष पंत ने किया।

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