आरोपित से रित के रूप मे ली रकम बरामद
शिकायत के बाद विजिलेंस ने की कार्रवाई
देहरादून। जमीन के दाखिल खारिज के लिए जमीन मालिक से रिश्वत लेने के आरोपित रजिस्ट्रार कानूनगो को विजिलेंस ने आज रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के पास है रिश्वत की रकम बरामद हो गई है। आरोपित के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
विजिलेंस से मिली जानकारी के अनुसार 15 अक्टूबर को शिकायतकर्ता ने एक प्रार्थना पत्र दिया कि उसने अपने व अपनी पत्नी के नाम से 15 जुलाई को एक जमीन खरीदी। जमीन के दाखिल खारिज करने के एवज में उससे रजिस्ट्रार कानूनगो तहसील फेरूपुर राजेश कुमार निवासी अंबेडकर नगर ज्वालापुर हरिद्वार दो हजार आठ सौ रुपए की रिश्वत मांग रहा है। शिकायत के बाद विजिलेंस ने मामले की गोपनीय जांच करवाई और आरोप सही पाए जाने पर ट्रैप का आयोजन किया।
आज विजिलेंस ने ट्रैप कर आरोपित राजेश कुमार ( रजिस्ट्रार कानूनगो तहसील फेरूपुर) निवासी अम्बेडकर नगर ज्वालापुर हरिद्वार को 2800 रुपए (दो हजार आठ सौ रुपये) की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले मे संलिप्त अन्य अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। ट्रैप टीम के लिए निदेशक सतर्कता ने नगद पुरस्कार की घोषणा की है।
शिकायत के बाद विजिलेंस ने की कार्रवाई
देहरादून। जमीन के दाखिल खारिज के लिए जमीन मालिक से रिश्वत लेने के आरोपित रजिस्ट्रार कानूनगो को विजिलेंस ने आज रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के पास है रिश्वत की रकम बरामद हो गई है। आरोपित के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
विजिलेंस से मिली जानकारी के अनुसार 15 अक्टूबर को शिकायतकर्ता ने एक प्रार्थना पत्र दिया कि उसने अपने व अपनी पत्नी के नाम से 15 जुलाई को एक जमीन खरीदी। जमीन के दाखिल खारिज करने के एवज में उससे रजिस्ट्रार कानूनगो तहसील फेरूपुर राजेश कुमार निवासी अंबेडकर नगर ज्वालापुर हरिद्वार दो हजार आठ सौ रुपए की रिश्वत मांग रहा है। शिकायत के बाद विजिलेंस ने मामले की गोपनीय जांच करवाई और आरोप सही पाए जाने पर ट्रैप का आयोजन किया।
आज विजिलेंस ने ट्रैप कर आरोपित राजेश कुमार ( रजिस्ट्रार कानूनगो तहसील फेरूपुर) निवासी अम्बेडकर नगर ज्वालापुर हरिद्वार को 2800 रुपए (दो हजार आठ सौ रुपये) की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले मे संलिप्त अन्य अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। ट्रैप टीम के लिए निदेशक सतर्कता ने नगद पुरस्कार की घोषणा की है।