पुरोला के छिबाला गांव में धमार्ंतरण का मामला
पुरोला। बीते 23 दिसंबर के धमार्ंतरण मामले में आखिरी घटना के तीन दिन बाद मामले में अहम गवाह काजल के बयान सोमवार को सांय उसके घर पर जाकर पुलिस ने दर्ज कर दिए हैं। पुलिस जल्द ही मजिस्ट्रेट के सामने काजल के कलम बंद बयान दर्ज कराएगी।
गवाह काजल ने अपने बयानों में कहा कि उसको जगदीश ठाकुर व मिशनरी के लोग कई दिनों से शादी कराने में तमाम खर्च तथा उपहार देने का पल्रोभन दे रहे हैं। उसी लालच में आकर उसको भी 23 दिसंबर को छिबाला में स्थित मिशनरी के कार्यक्रम में बुलाया गया थ। पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि थानाध्यक्ष व जांच अधिकारी कोमल सिंह रावत एवं पुलिस टीम ने काजल के सोमवार सायं को बयान लिए हैं, जिसमें उसने कहा कि मिशनरी कार्यक्रम में शादी में तमाम खर्च व उपहार देने का लालच देकर धमार्ंतरण के लिए बुलाया गया था। मामले की आगे जांच चल रही है। जरूरी होने पर काजल के मजिस्ट्रेट बयान कराए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि धमार्ंतरण मामलें में 23 दिसंबर को मिशनरी के छिबाला स्थित आशा-जीवन केंद्र में हिंदूवादी संगठनों व ग्रामीणों के हस्तक्षेप करनें कहा-सुनी व दोनों पक्षों की आपस मे मार-पीट हुई थी। उक्त प्रकरण में नगर पंचायत क्षेत्र की गांधी मोहल्ले की रहने वाली नेपाली मूल की काजल अन्य महिलाओं के साथ आमंतण्रभोज में शामिल थे।