राज्य सभा सांसद नरेश बंसल ने लिंगानुपात असंतुलन पर जताई चिंता
देहरादून। राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा कि कोरोनाकाल में डाक्टरों ने मानवता को बचाने की बड़ी मुहिम लड़ी। डाक्टरों और उनकी टीम ने एक अदृश्य वायरस से लड़ते हुए अपनी जान की परवाह भी नहीं की। ऐसे डाक्टर्स का नागरिक अभिनंदन किया जाना सराहनीय है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि डाक्टर भ्रूण परीक्षण न करें ताकि लिंगानुपात को असंतुलन को रोका जा सके। यह बात उन्होंने शुक्रवार को डाक्टर्स डे के अवसर पर विचार एक नई सोच, बदरी-केदार सांस्कृतिक समिति आदि संगठनों द्वारा आयोजित रक्तदान व सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कही।
उन्होंने डाक्टरों से अपील की कि मानवता के नाते गरीब मरीजों को भी पूरी तवज्जो दें। उन्होंने डाक्टरों के योगदान की सराहना की। नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा ने जनता से सिंगल यूज्ड प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की अपील की। टिहरी के विधायक किशोर उपाध्याय ने सभी डाक्टरों को डाक्टर्स डे की बधाई दी। कहा कि शहरी क्षेत्रों की तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिकित्सा सेवाओं का विस्तार होना चाहिए, ताकि लोगों को नजदीक ही इलाज की सुविधा मिल सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. एसडी जोशी ने की। कार्यक्रम आयोजक राकेश बिजल्वाण ने कार्यक्रम में शिरकत कर रहे अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान समाजसेवियों व पत्रकारों ने स्वैच्छिक रक्तदान भी किया। शिविर में 52 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। राज्य आंदोलनकारी जयदीप सकलानी ने जनगीत गाया। इस अवसर पर समाजसेवी विनोद रावत, पीसी थपलियाल, जय प्रकाश, गंगा अमोला आदि भी मौजूद रहे।
इन डाक्टरों को किया गया सम्मानित
डा. एसडी जोशी, दून मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना, डा. ज्योति शर्मा, डा. गोविंद पुजारी, डा. सुरेश कोठियाल, डा. दिग्विजय सिंह रावत, डा. अनिल आर्य, डा. आरके टम्टा, डा. के पी सिंह, डा. पीयूष त्रिपाठी, डा. राकेश रावत, डा. केआर सोन, डा. विवेक रोहिल्ला, डा. लोकेश सलूजा, डा. प्रतीक थापा, डा. विशाल कौशिक, डा. ताराश्री सिंघल, डा. राधिका रतूड़ी, डा. सिद्वांत खन्ना, डा. रचित गर्ग व डा. उदय बलूनी। वहीं 20 समाजसेवियों व पत्रकारों को आदर्श नागरिक सम्मान प्रदान किया गया।